पुष्कर(अजमेर). पुष्कर में दिवाली से पहले एक परिवार की खुशियां छिन गईं. ग्राम चावंडिया में बुधवार को झोपड़ी में आग लगने से दो मासूम जिंदा (Two children burnt alive in Pushkar) जल गए. झोपड़ी में दो बच्चे और भी थे लेकिन आग लगने पर वे बाहर भाग गए जिससे उनकी जान बच गई. घटना के समय बच्चों के माता-पिता मजदूरी पर गए हुए थे. बताया जा रहा है कि चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में आग (fire in hut) लगने से हादसा हुआ है.
पुष्कर के निकटवर्ती ग्राम चावंडिया निवासी दिनेश नायक अपनी पत्नी लीला के साथ मजदूरी पर गया हुआ था. इसी बीच उसकी झोपड़ी में उसके 4 बच्चे थे. अचानक गैस चूल्हे की चिंगारी से झोपड़ी में आग लग गई. आग की लपटों ने देखते ही देखते पूरी झोपड़ी को चपेट में ले लिया. इस पर दिनेश के 2 बच्चे जितेंद्र ओर चंचल झोपड़ी (Two children escaped from fire) से किसी तरह बाहर निकल गए लेकिन एक वर्षीय दीपा और 3 साल की बच्ची पूजा झोपड़ी में ही फंस गए. आग में जलकर दोनों बच्चियां की मौत हो गई. जानकारी पर पहुंचे ग्रामीणों ने आग को बुझाने का प्रयास भी किया लेकिन मासूमों की जान नहीं बचा सके. बाद में ग्रामीण मृत बच्चियों के शव लेकर पुष्कर कस्बे के राजकीय चिकित्सालय पहुंचे जहां पुलिस ने पंचनामा दर्ज किया.
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पुष्कर थाना प्रभारी डॉ. रवीश सामरिया ने बताया कि झोपड़ी में आग लगने से दो बच्चियों की हादसे में मौत हो गई है. बच्चियों के शव को राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया था. फिलहाल पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा दिया गया है. सूचना पर पहुंचे पुष्कर तहसीलदार संदीप चौधरी ने बताया कि पीड़ित परिवार का पंजीयन राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही चिरंजीवी योजना में पूर्व में किया जा चुका है. ऐसे में तमाम कागजी कार्रवाई कर परिवार को मुआवजा दिलवाने का प्रयास किया जाएगा जिससे पीड़ित परिवार को आर्थिक संबल मिल सके.