मोतिहारी: पटना के फुलवारी शरीफ से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद दर्ज कराये गए एफआईआर में पूर्वी चंपारण के चकिया स्थित कुंअवा के रहने वाले रेयाज का नाम भी शामिल है. पटना पुलिस रेयाज के खोज में लगी ही है कि तभी चकिया के सुल्तान उस्मान खान नाम के एक युवक का पीएफआई से जुड़े होने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. जिस वीडियो में वो पीअएफआई के झंडा को लगाकर कुछ युवकों को ट्रेनिंग देता नजर आ रहा है. हालांकि यह ट्रेनिंग किस जगह पर चल रही है. यह स्पष्ट नहीं हुआ है. लेकिन ट्रेनिंग दे रहे युवक ने इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डाला है.
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PFI का ट्रेनिंग देने का वीडियो : दरअसल सुल्तान उस्मान खान नाम से बने फेसबुक अकाउंट पर कई तरह के आपत्तिजनक सामग्री को डाला गया है. उसी सोशल मीडिया अकाउंट में ट्रेनिंग का वीडियो भी है. वीडियो पर ट्रेनिंग की तिथि 30 नवंबर 2021 अंकित है और वीडियो को एडिट भी किया गया है. सुल्तान उस्मान खान ने अपने फेसबुक प्रोफाइल में खुद को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का सदस्य बताया है. उसने अपने फेसबुक अकाउंट से "गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा" स्लोगन को भी पोस्ट किया है. जिस पर लगभग 34 कमेंट हैं. इसके सोशल मीडिया अकाउंट को देखकर उसकी गतिविधियां काफी संदिग्ध और खतरनाक प्रतित हो रही है.
PFI की बढ़ती गतिविधियों से पुलिस परेशान : गौरतलब है कि पटना के फुलवारी शरीफ से पीएफआई की गतिविधियों का खुलासा हुआ था. जिसके बाद पटना केअतहर और जलालुद्दीन के साथ चकिया के रेयाज मॉरिफ उर्फ बब्लू का नाम सामने आया. जिसकी तलाश में पटना पुलिस के चकिया आने की बातें बतायी जा रही है. लेकिन एसपी डॉ. कुमार आशीष पटना पुलिस के चकिया आने की बात से इंकार कर रहे हैं. इन सबके बीच चकिया के नगर पंचायत क्षेत्र के सुल्तान उस्मान खान की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आया है. जिसे देखकर लगता है कि वह पीएफआई का सक्रिय सदस्य है. वीडियो में वह खुले मैदान में ट्रेनिंग क्लास चलाता नजर आ रहा है. जिसमें वह कुछ युवकों को ट्रेनिंग देता नजर आ रहा है.
चकिया में पुलिस के नाक के नीचे PFI की गतिविधियां : इसके अलावा बाबरी विध्वंस के खिलाफ पीएफआई का पोस्टर लगाते हुए उसकी तस्वीर है. सुल्तान उस्मान खान के वीडियो और तस्वीरें सामने आने के बाद पुलिस के भी कान खड़े हो गए हैं. बता दें कि चकिया और मेहसी क्षेत्र में विगत कई वर्षों से पीएफआई के आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाए जाते रहे हैं. जो कभी अगर मीडिया में आ गया तो पुलिस हरकत में आती है. अन्यथा पुलिस भी उन पोस्टर्स को देख नजरअंदाज कर देती हैं. जबकि बताया यहां तक जा रहा है कि चकिया और मेहसी के एक समुदाय विशेष के बीच पीएफआई ने काफी पैठ बना ली है. जिसकी भनक तक जिला पुलिस को नहीं है.
कई आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस : बदा दें कि पटना पुलिस फुलवारी शरीफ (Phulwari Sharif case) से जिस संदिग्ध जलालुद्दीन और अतहर परवेज की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है, उसके नापाक मंसूबे की भनक इस कार्रवाई से 1 महीने पहले ही फुलवारी शरीफ थाना के एसएचओ (SHO of Phulwari Sharif police station) को लग चुकी थी. SHO ने अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआइआर भी दर्ज कर अनुसंधान करना चाहा लेकिन अनुसंधान उस रफ्तार से आगे नहीं बढ़ पाई.