देहरादून (उत्तराखंड): हिमालयी राज्य उत्तराखंड में एडवेंचर स्पोर्ट्स एक्टिविटी के तौर पर समुद्र की तरह वोट पैरासेलिंग एडवेंचर का लुफ्त पर्यटक उठा रहे हैं. अब देश में पहली दफा वाटर साइकिलिंग का कॉन्सेप्ट भी उत्तराखंड में लाया गया है. उत्तराखंड के नैनीताल जिले में भीमताल और देहरादून जिले के आसन बैराज में वाटर साइकिलिंग काफी लोकप्रिय हो रही है.
साहसिक पर्यटन में नए आयाम: उत्तराखंड में लगातार पर्यटन के बढ़ रहे रुझान के चलते साहसिक पर्यटन अपने नए आयाम की ओर बढ़ रहा है. उत्तराखंड में लगातार एडवेंचर स्पोर्ट्स के प्रति आकर्षित हो रहे सेनानियों को एडवेंचर स्पोर्ट्स के सेगमेंट में नई एक्टिविटी देना उत्तराखंड पर्यटन विभाग की एडवेंचर विंग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. ऐसे में पर्यटन विभाग के एडवेंचर विंग ने अब तक समुद्र में की जाने वाली वोट पैरासेलिंग एक्टिविटी शुरू कर दी है. पहले चरण के बाद तीन अलग-अलग डेस्टिनेशन पर इस एडवेंचर एक्टिविटी को बढ़ावा दिया जा रहा है.
पैरासेलिंग के बाद वाटर साइकिलिंग: पर्यटन विभाग के एडवेंचर विंग के हेड अश्विनी पुंडीर ने बताया कि पिछले साल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर टिहरी झील में पहली बोट पैरासेलिंग एक्टिविटी करवाई गई थी. इसके बाद पर्यटकों के लगातार बढ़ रहे रुझान के चलते और पैरासेलिंग बोट की जरूरत महसूस की गई. जिसके चलते 2 और न्यू पैरासेलिंग बोट को उतारने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विभाग द्वारा प्रयास किए गए हैं. वहीं इसके साथ-साथ टिहरी के अलावा दो अन्य डेस्टिनेशन को बोट पैरासेलिंग एडवेंचर एक्टिविटी के लिए विकसित किये जाने का प्लान है. कर्नल अश्विनी पुंडीर ने बताया कि टिहरी झील के अलावा दो नये डेस्टिनेशन के रूप में उधमसिंह नगर में नानकमत्ता सागर और बोर जलाशय को इस एक्टिविटी के लिए विकसित किए जाने का प्लान तैयार किया जा रहा है.
एडवेंचर स्पोर्ट्स में बेहद सेफ है बोट पैरासेलिंग एक्टिविटी: उत्तराखंड पर्यटन विभाग के एडवेंचर विंग के हेड कर्नल अश्विनी पुंडीर के अनुसार यह एडवेंचर स्पोर्ट्स ऐसी एक्टिविटी है, जिसे हर कोई व्यक्ति कर सकता है. यह सुरक्षा की दृष्टि से बेहद आसान है तो वहीं इस एक्टिविटी में पर्यटक को बोट से उड़ाकर बोट पर ही लैंड कराया जाता है. इस एक्टिविटी में किसी भी तरह का जोखिम बेहद कम है. साथ ही इसमें पर्यटक के भीगने होने का डर भी नहीं है.
देश में पहली बार लायी गयी वाटर बाइक: वहीं इसके अलावा उत्तराखंड के तमाम बड़े बड़े जलाशयों को एक पर्यटक डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग के एडवेंचर विंग द्वारा पहली दफा वाटर बाइक स्पोर्ट्स को बढ़ावा दिया जा रहा है. देश में पहली दफा मोटर बाइक स्पोर्ट्स का लुत्फ पर्यटक उत्तराखंड में उठा रहे. उन्होंने बताया कि वाटर साइकिलिंग एक तरह से नॉन पावर्ड साइकिलिंग है. इसमें पर्यटक घूमने के साथ-साथ साइकिलिंग का भी लुफ्त उठा सकते हैं. इसके जरिए एक्सरसाइज भी कर सकते हैं.
कर्नल अश्विनी पुंडीर ने बताया कि यह एक ऐसी एक्टिविटी है, जिसे हम किसी भी छोटे-बड़े जलाशय में यानी रुके हुए पानी में भी करवा सकते हैं. यह वाटर स्पोर्ट्स पर्यटकों के लिए बेहद नया और आकर्षक है. स्वास्थ्य और सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी बेहतर है. उन्होंने बताया कि भारत में पहली बार इस तरह की वाटर साइकिल का इंपोर्ट किया गया है.
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इसके लिए 9 वाटर बाइक को अब तक उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने अनुमति दे दी है. इसमें से छह वाटर बाइक सभी नियमों और मानकों का पालन करते हुए नैनीताल के भीमताल सहित अन्य तालों में भी पर्यटकों के लिए उतार दी गयी हैं. वहीं इसके अलावा तीन वाटर साइकिल आसन बैराज में चलाई जाएंगी.
500 रुपए है किराया: उत्तराखंड में पहली दफा वाटर साइकिलिंग का कांसेप्ट पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन रहा है. उत्तराखंड पर्यटन विभाग द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सबसे पहले 9 यूनिट को इंपोर्ट किया गया है. पर्यटकों को यह वाटर साइकिल इन नैनीताल के भीमताल झील में और देहरादून में आसन बैराज में इनका लुफ्त उठाने को मिलेगा। वाटर साइकिल यह यूनिट सिंगल सीटर और डबल सीटर मौजूद है जिन का किराया तकरीबन ₹500 प्रति व्यक्ति निर्धारण किए जाने की पर विचार चल रहा है।