मुदुमलाई (तमिलनाडु) : भारतीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'एलिफेंट व्हिस्परर्स' से प्रसिद्ध हुए हाथियों के बच्चों की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक ने मुदुमलाई थेप्पाकडू हाथी शिविर में आ रहे हैं. बता दें कि भारतीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'एलिफेंट व्हिस्परर्स' ने सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री लघु फिल्म का ऑस्कर जीता. सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री लघु फिल्म की श्रेणी में इस फिल्म के साथ नामित हुई फिल्मों में 'हॉल आउट', 'हाउ डू यू मेजर ए ईयर?', 'द मार्था मिशेल इफेक्ट,' और 'स्ट्रेंजर एट द गेट' भी थी.
फिल्म का कथानक एक परिवार के इर्द-गिर्द घूमता है, जो तमिलनाडु के मुदुमलाई टाइगर रिजर्व में दो अनाथ शिशु हाथियों को गोद लेता है. एक पर्यटक ने कहा कि यह बहुत अच्छा क्षण है. यहां आकर खुशी हो रही है. हाथी मेरा पसंदीदा जानवर है. यह तथ्य कि इनपर बनी फिल्मों ने ऑस्कर जीता है और ज्यादा रोमांचक महसूस हो रहा है.
तमिल डॉक्यूमेंट्री के निर्देशक, कार्तिकी गोंजाल्विस और निर्माता गुनीत मोंगा ने सोमवार को 95वें अकादमी पुरस्कारों में गोल्डन स्टैचुएट ग्रहण प्राप्त किया. अपने विजयी भाषण में, गोंजाल्विस ने कहा कि मैं आज यहां हमारे और हमारी प्राकृतिक दुनिया के बीच के पवित्र बंधन पर बोलने के लिए खड़ा हूं. अन्य जीवित प्राणियों जिनके साथ हम मनुष्य अपना जीवन साझा करते हैं सह-अस्तित्व का ख्याल रखते हैं, मैं उनके बारे में बताने के लिए खड़ा हूं.
गोंजाल्विस ने कहा कि हमारी फिल्म को सम्मान देने के लिए अकादमी को धन्यवाद. उन्होंने कहा कि इस फिल्म की शक्ति में विश्वास करने के लिए नेटफ्लिक्स को, मेरे निर्माता और मेरी पूरी टीम गुनीत को और अंत में, मेरे माता पिता और बहन को जो मेरे ब्रह्मांड के केंद्र हैं और मेरी मातृभूमि भारत को भी बहुत-बहुत धन्यवाद. इससे पहले गुनीत मोंगा को 2019 में मोंगा की डॉक्यूमेंट्री 'पीरियड एंड ऑफ सेंटेंस' ने 'डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट सब्जेक्ट' श्रेणी में ऑस्कर मिल चुका है.