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TOP 10 @ 7 AM : देश की अब तक की बड़ी खबरों पर एक नजर

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Published : Jan 26, 2021, 7:18 AM IST

देश की तमाम छोटी-बड़ी घटनाओं पर हमारी नजर बनी हुई है. अब आप बस एक क्लिक में देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को आसानी से पढ़ सकते हैं.

देश की अब तक की बड़ी खबरों पर एक नजर
देश की अब तक की बड़ी खबरों पर एक नजर

हैदराबाद : देश की तमाम छोटी-बड़ी घटनाओं पर हमारी नजर बनी हुई है. अब आप बस एक क्लिक में देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को आसानी से पढ़ सकते हैं.

1 72वां गणतंत्र दिवस आज, राजपथ पर दिखेगी सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विरासत की झलक

देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस बार गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेगा.

2. गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड आज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

गणतंत्र दिवस पर भारी सुरक्षा के बीच किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करेंगे. दिल्ली की सीमा पर तीन स्थानों-सिंघू, टिकरी और गाजीपुर- पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान सोमवार को 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड की तैयारियों को अंतिम रूप दिया.

3. पद्म पुरस्कारों का एलान, शिंजो आबे समेत सात को पद्म विभूषण

भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. इस साल 119 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा. जिनमें सात हस्तियों को पद्म विभूषण, 10 को पद्म भूषण और 102 को पद्म श्री पुरस्कार देने का एलान किया गया है. पद्म विभूषण पाने वालों में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का नाम भी शामिल है.

4. 'ऑपरेशन पोलो' : जानें क्यों सरदार पटेल ने हैदराबाद को बताया था 'कैंसर'

स्वतंत्र होने से पहले भारत दो भागों में विभाजित था. एक ब्रिटिश शासित राज्य था और दूसरा रियासत थी. 14 अगस्त 1947 को एक अलग पाकिस्तान बना. उस समय, भारत में 562 रियासतें थीं और उन्हें एकजुट देश में मिलाने का काम समुद्र मंथन करने जैसा था. यह कार्य भारत के तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने संभाला था.

5. गणतंत्र दिवस विशेष : देहरादून में छपा था भारत का संविधान

देश के संविधान से जुड़ी कई बातें आपने सुनी और पढ़ी होंगी, मगर क्या आप जानते हैं कि देश जिस संविधान पर चल रहा है उसकी प्रतियां कहां छापी गई थी? कहां आज भी संविधान की पहली कॉपी धरोहर के रूप में संजोकर रखी गई है? दरअसल, भारत के संविधान की हस्तलिखित प्रति देहरादून स्थित सर्वे ऑफ इंडिया में सुरक्षित रखी गई है, जबकि हाथ से लिखी गई संविधान की मूल प्रति को नई दिल्ली के नेशनल म्यूजियम में रखा गया है.

6. जन-आंदोलन बन रहा 'आत्म-निर्भर भारत', सरकार किसानों के हित में समर्पित : राष्ट्रपति

72वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है.

7. राजस्थान : नागौर में दलित महिला से गैंगरेप, दरिंदों ने पार की क्रूरता की हदें

नागौर में दलित महिला से गैंगरेप की वारदात सामने आई है. दुष्कर्मियों ने क्रूरता की सभी हदें पार कर दी. महिला 5 दिन तक डर के कारण चुप रही. परिजनों का आरोप है कि थाना प्रभारी को घटना की सूचना दी, लेकिन उन्होंने इसलिए रिपोर्ट दर्ज नहीं की क्योंकि ट्रांसफर के ऑर्डर आ गए थे.

8. सरदार पटेल का जूनागढ़ की स्वतंत्रता में विशेष और विशिष्ट योगदान

आज से 70 साल पहले, जूनागढ़ के नवाब ने जूनागढ़ को पाकिस्तान से जोड़ने का फैसला किया. इसके विरोध में सरदार पटेल ने जूनागढ़ और हैदराबाद की मुक्ति के लिए आंदोलन शुरू किया और जूनागढ़ को नवाब शासन से मुक्त कराया.

9. हरि सिंह ने जब विलयपत्र पर हस्ताक्षर किए नेहरू और पटेल साथ ही थे

समृद्ध संस्कृति वाला देश 26 जनवरी को 72वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. आजादी की वर्षगांठ हो या गणतंत्र दिवस, कश्मीर की बात हमेशा की जाती है. आज की खास रिपोर्ट में जानें कश्मीर के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमिका...

10. पटेल यूं ही नहीं कहे जाते थे 'सरदार'

दोस्तों के बार-बार कहने पर सरदार वल्लभभाई पटेल ने राजनीति में कदम रखा था. 1917 में वह अहमदाबाद के स्वच्छता विभाग के अधिकारी चुने गए. अगले साल वह एक वोट से चुनाव हार गए थे. उसके बाद वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए. जानें क्यों पटेल को देशवासियों ने सरदार कहा...

हैदराबाद : देश की तमाम छोटी-बड़ी घटनाओं पर हमारी नजर बनी हुई है. अब आप बस एक क्लिक में देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को आसानी से पढ़ सकते हैं.

1 72वां गणतंत्र दिवस आज, राजपथ पर दिखेगी सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विरासत की झलक

देश आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस बार गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान पहली बार राफेल लड़ाकू विमानों की उड़ान के साथ टी-90 टैंकों, समविजय इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई-30 एमके आई लड़ाकू विमानों समेत अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेगा.

2. गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड आज, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

गणतंत्र दिवस पर भारी सुरक्षा के बीच किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करेंगे. दिल्ली की सीमा पर तीन स्थानों-सिंघू, टिकरी और गाजीपुर- पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान सोमवार को 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड की तैयारियों को अंतिम रूप दिया.

3. पद्म पुरस्कारों का एलान, शिंजो आबे समेत सात को पद्म विभूषण

भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. इस साल 119 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा. जिनमें सात हस्तियों को पद्म विभूषण, 10 को पद्म भूषण और 102 को पद्म श्री पुरस्कार देने का एलान किया गया है. पद्म विभूषण पाने वालों में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का नाम भी शामिल है.

4. 'ऑपरेशन पोलो' : जानें क्यों सरदार पटेल ने हैदराबाद को बताया था 'कैंसर'

स्वतंत्र होने से पहले भारत दो भागों में विभाजित था. एक ब्रिटिश शासित राज्य था और दूसरा रियासत थी. 14 अगस्त 1947 को एक अलग पाकिस्तान बना. उस समय, भारत में 562 रियासतें थीं और उन्हें एकजुट देश में मिलाने का काम समुद्र मंथन करने जैसा था. यह कार्य भारत के तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने संभाला था.

5. गणतंत्र दिवस विशेष : देहरादून में छपा था भारत का संविधान

देश के संविधान से जुड़ी कई बातें आपने सुनी और पढ़ी होंगी, मगर क्या आप जानते हैं कि देश जिस संविधान पर चल रहा है उसकी प्रतियां कहां छापी गई थी? कहां आज भी संविधान की पहली कॉपी धरोहर के रूप में संजोकर रखी गई है? दरअसल, भारत के संविधान की हस्तलिखित प्रति देहरादून स्थित सर्वे ऑफ इंडिया में सुरक्षित रखी गई है, जबकि हाथ से लिखी गई संविधान की मूल प्रति को नई दिल्ली के नेशनल म्यूजियम में रखा गया है.

6. जन-आंदोलन बन रहा 'आत्म-निर्भर भारत', सरकार किसानों के हित में समर्पित : राष्ट्रपति

72वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है.

7. राजस्थान : नागौर में दलित महिला से गैंगरेप, दरिंदों ने पार की क्रूरता की हदें

नागौर में दलित महिला से गैंगरेप की वारदात सामने आई है. दुष्कर्मियों ने क्रूरता की सभी हदें पार कर दी. महिला 5 दिन तक डर के कारण चुप रही. परिजनों का आरोप है कि थाना प्रभारी को घटना की सूचना दी, लेकिन उन्होंने इसलिए रिपोर्ट दर्ज नहीं की क्योंकि ट्रांसफर के ऑर्डर आ गए थे.

8. सरदार पटेल का जूनागढ़ की स्वतंत्रता में विशेष और विशिष्ट योगदान

आज से 70 साल पहले, जूनागढ़ के नवाब ने जूनागढ़ को पाकिस्तान से जोड़ने का फैसला किया. इसके विरोध में सरदार पटेल ने जूनागढ़ और हैदराबाद की मुक्ति के लिए आंदोलन शुरू किया और जूनागढ़ को नवाब शासन से मुक्त कराया.

9. हरि सिंह ने जब विलयपत्र पर हस्ताक्षर किए नेहरू और पटेल साथ ही थे

समृद्ध संस्कृति वाला देश 26 जनवरी को 72वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. आजादी की वर्षगांठ हो या गणतंत्र दिवस, कश्मीर की बात हमेशा की जाती है. आज की खास रिपोर्ट में जानें कश्मीर के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमिका...

10. पटेल यूं ही नहीं कहे जाते थे 'सरदार'

दोस्तों के बार-बार कहने पर सरदार वल्लभभाई पटेल ने राजनीति में कदम रखा था. 1917 में वह अहमदाबाद के स्वच्छता विभाग के अधिकारी चुने गए. अगले साल वह एक वोट से चुनाव हार गए थे. उसके बाद वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए. जानें क्यों पटेल को देशवासियों ने सरदार कहा...

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