नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में वृद्धि के बीच सेना ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें दिखाया गया है कि कैसे समाज के हर वर्ग ने आतंकवाद के घावों को झेला है और नागरिकों को आश्वस्त किया है कि घाटी में शांति के लिए उनकी लड़ाई में भारतीय सेना उनके साथ है. इस वीडियो को भारतीय सेना के चिनार कोर द्वारा ट्वीट किया गया और इसका शीर्षक "कश्मीर फाइट्स बैक" है. इस वीडियो में नागरिकों की पीड़ाओं को दिखाने का प्रयास किया गया है चाहे उनकी आस्था कुछ भी हो और सुरक्षा बलों द्वारा घाटी से आतंकवाद को समाप्त करने और सामान्य स्थिति को बहाल करने के लिए सेना द्वारा किए गए प्रयासों को दिखाने की पहल है.
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"कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी
— Chinar Corps🍁 - Indian Army (@ChinarcorpsIA) April 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहां हमारा"
-Iqbal#Kashmir & #Chinarwarrior have together fought for sustainable peace and prosperity in Kashmir.#kashmirlivesmatter #KashmirAgainstTerror @adgpi @NorthernComd_IA@OfficeOfLGJandK pic.twitter.com/I8WXb9vRot
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सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहां हमारा"
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दशकों के आतंकवाद ने हमें अनाथों, विधवाओं, रोती हुई माताओं और असहाय पिताओं के साथ छोड़ दिया है. वीडियो में कश्मीरी पंडितों के पलायन, बचाव अभियान और पथराव की घटनाओं के दृश्य भी दिखाए गए हैं. इस बात पर जोर डाला गया है कि कैसे आतंकवादियों ने दशकों से घाटी के युवाओं को गुमराह किया है और विभिन्न समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ाया है. यह सांप्रदायिक सद्भाव के महत्व को रेखांकित करता है.
आतंकवादियों ने हमारे समाज को विभाजित करने की कोशिश की. उन्होंने हमारे युवाओं को गुमराह करने की कोशिश की. उन्होंने हमारे संतों की भूमि को युद्ध के मैदान में बदलने की कोशिश की. इसके माध्यम से सेना ने शुजात बुखारी, अर्जुमंद मजीद, माखन लाल बिंदू, सरपंच अजय पंडिता, सुपिन्दर कौर, वसीम बारी, लेफ्टिनेंट उमर फ़याज़, अयूब पंडिता और परवेज़ अहमद डार सहित आतंकवादियों द्वारा मारे गए कश्मीरियों को भी श्रद्धांजलि दी है. इसी में सुरक्षा कर्मियों द्वारा नागरिकों और बच्चों को दिलासा देते हुए भी दिखाया गया है. अंत में आतंकवाद और कट्टरता के खिलाफ एक साथ लड़ने के संदेश के साथ समाप्त हो जाता है. साथ ही विश्वास दिलाने की कोशिश की गई है कि कश्मीर इस लड़ाई में कश्मीरी अकेला नहीं है. अतीत में भारतीय सेना आपके साथ थी और भविष्य में आपके साथ आपकी सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहेगी. हम साथ मिलकर इस लड़ाई को जीतेंगे. आवाम और जवान को हाथ में हाथ डाले दिखाने के साथ वीडियो समाप्त हो जाता है.
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