नई दिल्ली : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लंबे समय से चले आ रहे सीमा मुद्दों को सुलझाने के लिए बुधवार को दिल्ली के असम हाउस में मिजोरम के अपने समकक्ष मुख्यमंत्री जोरामथंगा से मुलाकात की. असम और मिजोरम सीमा विवाद पर इस तरह की ये दूसरी बैठक थी. दिल्ली में हुई इस बैठक के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मिजोरम के मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई है और दोनों राज्यों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई. खासकर सीमा मुद्दे के संबंध में दोनों मुख्यमंत्रियों ने चर्चा की.
असम के मुख्यमंत्री ने बताया कि हाल ही में इस मुद्दे को लेकर उनके द्वारा गठित मंत्रियों की एक टीम ने आइजोल में निरीक्षण भी किया है. उन्होंने बताया, "हम दोनों राज्यों के बीच सीमा मुद्दों पर चर्चा और समाधान के लिए एक क्षेत्रीय समिति बनाने की प्रक्रिया में हैं. इससे सीमा विवाद हल करने में मदद मिलेगी." दोनों के बीच हुई आज की बैठक को उन्होंने सकारात्मक बताया है.
दरअसल, सीमा मुद्दे पर दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच इस तरह की यह दूसरी बैठक है. पिछले साल नवंबर में दोनों नेता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में नई दिल्ली में मिले थे. पिछली बैठक में दोनों पक्ष सीमा पर शांति बनाए रखने पर सहमत हुए थे और अक्टूबर में गुवाहाटी में दोबारा मिलने का फैसला किया था. हालांकि, गुवाहाटी में बैठक की तारीख अभी तय नहीं हुई है.
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गौरतलब है कि मिजोरम के तीन जिले आइजोल, कोलासिब और ममित, इसके अलावा असम के हैलाकांडी, करीमगंज और कछार जिले 164.6 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं. दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद लंबे समय से चला आ रहा मुद्दा है. ये विवाद दो औपनिवेशिक सीमांकन 1875 और 1933 से उपजा है. दोनों के बीच कई बार सीमा विवाद हिंसक भी हुआ है.
मिजोरम के गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों राज्यों के बीच अगले दौर की मंत्रीस्तरीय वार्ता अगले महीने गुवाहाटी में होगी लेकिन अभी इसकी तारीख तय नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि असम के प्रतिनिधिमंडल के साथ अगले दौर की बातचीत की तारीख अभी तय नहीं हुई है. इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है क्योंकि गृह मंत्री लालचमलियाना बीमारी के कारण अवकाश पर हैं. उनके कार्यालय लौटते ही इस बारे में चर्चा की जाएगी.