नगांव : असम के नगांव जिले में शुक्रवार सुबह मवेशी चराने निकले 60 वर्षीय व्यक्ति की बाघ के हमले में मौत हो गई. एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका इलाज चल रहा है. इस घटना से गांव वालों में दहशत है, जो पहले से ही जंगली हाथियों और भैंसों के हमले से जूझ रहे हैं.
नोनोई इलाके के वेलाई गांव में शुक्रवार सुबह आदित्य सैकिया (60) और सत्या फुकन अपने मवेशियों के साथ खेत की ओर जा रहे थे, तभी पास के जंगल से एक बाघ अचानक आया और उन पर हमला कर दिया. सैकिया और फुकन दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, सैकिया ने बाद में दम तोड़ दिया, जबकि फुकन का फिलहाल नगांव भोगेश्वरी फुकनानी अस्पताल में इलाज चल रहा है. बाघ को अभी तक पकड़ा नहीं गया है, इससे लोग डरे हुए हैं.
इलाके के दहशतजदा लोग अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं. उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर जंगली जानवर को जल्द ही पिंजरे में बंद नहीं किया गया तो वह कई और लोगों पर हमला कर सकता है.
वन अधिकारियों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि पिछले साल जंगली जानवरों के हमलों में कई लोग मारे गए थे, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे. बढ़ते मानव-पशु संघर्ष के बीच, बाघ के हमले की हालिया घटना ने लोगों को बेहद चिंतित कर दिया है.