नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कुल पांच सांसदों को उतारा था, जिसमें से सिर्फ दो जीतने में सफल रहे. केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो सहित अन्य दो चुनाव हार गए. हारने वालों में राज्यसभा से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने वाले स्वप्न दास गुप्ता भी शामिल हैं.
भाजपा ने सांसदों को टिकट देकर विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी. केंद्रीय राज्यमंत्री और आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो को भाजपा ने टॉलीगंज सीट से चुनाव मैदान में उतारा था. बाबुल सुप्रियो को 50080 वोट से हार का सामना करना पड़ा. बाबुल को 40597 वोट मिले, जबकि उन्हें हराने वाले टीएमसी नेता अरूप बिस्वास को 1,01,440 वोट मिले.
पढ़ें- 'खेला' बंगाल का : शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को हराया
हुगली से लोकसभा सांसद लॉकेट चटर्जी को भाजपा ने चुंचुड़ा विधानसभा सीट से लड़ाया, मगर वह जीत नहीं सकीं. लॉकेट चटर्जी को 18,417 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. इसी तरह कूच बिहार से सांसद निशित प्रमाणिक ने दिनहाता विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. कड़े मुकाबले में सांसद निशित प्रमाणिक मात्र 57 वोटों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी टीएमसी नेता उदयन गुहा को हराने में सफल रहे. पिछली बार टीएमसी नेता उदयन गुहा ने इस सीट पर 21 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी.
राणाघाट लोक सभा सीट से सांसद जगन्नाथ सरकार को भाजपा ने शांतिपुर से प्रत्याशी बनाया था. जगन्नाथ सरकार कुल 15878 वोटों से जीतने में सफल रहे. उन्होंने टीएमसी के अजय देव को हराया.
वहीं, राज्यसभा से इस्तीफा देकर चुनाव लड़ने वाले स्वप्न दास गुप्ता को हार का सामना करना पड़ा. गुप्ता को टीएमसी नेता रामेंदु ने 7484 मतों के अंतर से हराया.