नई दिल्ली : कांग्रेस ने बुधवार को नए विपक्षी गठबंधन में दरार की खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि टीम इंडिया एकजुट है. हम सब एक हैं. टीम इंडिया में कोई मतभेद नहीं है. हमारा नारा है 'जीतेगा भारत'. जो लोग टीम इंडिया पर सवाल उठाते हैं, वे वही लोग हैं जो भारत को शब्दों के जरिए बांटना चाहते हैं. उक्त बातें कांग्रेस नेता और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ( Congress leader Randeep Surjewala) ने कही.
उन्होंने कहा कि भाजपा नीतीश बाबू के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रही है...अब वे अफवाहें फैला रहे हैं. मोदी जी चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, टीम इंडिया में कोई दरार नहीं आती. उन्होंने कहा कि भाजपा अपने षड्यंत्र सिद्धांतों के साथ आगे बढ़ सकती है. कर्नाटक में मंगलवार को 26 दलों द्वारा एक नए विपक्षी गठबंधन का नाम भारत को अंतिम रूप दिए जाने पर सुरजेवाला ने कहा कि नए गठबंधन का ध्यान लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर है और नए समूह की लड़ाई परिवर्तन की है. एआईसीसी पदाधिकारी के अनुसार, 18 जुलाई को एनडीए की बैठक में विपक्ष के एक साथ आने पर घबराहट भरी प्रतिक्रिया थी.
उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि पिछले 9 वर्षों में यह एनडीए कहां था. सबसे पहले, वे कहते थे कि एक ही अन्य सभी के लिए पर्याप्त है. अचानक वे घबरा गए और एनडीए के बारे में बात करने लगे. अचानक उन्होंने 38 पार्टियों की व्यवस्था कर ली, जिनमें से कई तो चुनाव आयोग में पंजीकृत भी नहीं हैं. केवल 12 पार्टियों के पास सांसद हैं और केवल दो पार्टियों के पास 2 से अधिक सांसद हैं.
सुरजेवाला ने कहा, यह लोगों को एक पार्टी बनाने और एनडीए में शामिल होने का खुला निमंत्रण देने जैसा है. कांग्रेस नेता ने नए गठबंधन नाम इंडिया पर सवाल उठाने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की आलोचना की और कहा कि यह विपक्षी दलों पर औपनिवेशिक प्रभाव दिखाता है. सुरजेवाला ने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा राजा से अधिक वफादार बनने की कोशिश कर रहे हैं. वह करीब 30 साल तक कांग्रेस में रहे, फिर चले गए. अब उन्हें भाजपा के प्रति अपनी वफादारी साबित करने की जरूरत है. कांग्रेस नेता ने स्वीकार किया कि राज्यों में प्रतिद्वंद्वी साझेदारों के बीच कुछ टकराव होगा और नए गठबंधन को मतभेदों को सुलझाना होगा.
उन्होंने कहा कि नए गठबंधन में कुछ राजनीतिक और वैचारिक मतभेद होंगे. आपको उन मतभेदों को दूर करना होगा. यह गठबंधन सत्ता के लिए नहीं है, हमने देश के लिए एक रचनात्मक एजेंडा आगे बढ़ाया है. सुरजेवाला ने पूछे जाने पर कहा कि पश्चिम बंगाल कांग्रेस के नेता कथित तौर पर टीएमसी के नए समूह का हिस्सा होने से नाराज थे. कांग्रेस नेता ने बसपा नेता और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से अपनी नीतियों का आत्मनिरीक्षण और समीक्षा करने का आग्रह किया.
बता दें कि मायावती ने कहा था कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी और किसी भी पार्टी के साथ कोई समझौता नहीं करेगी. वह टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं लेकिन वह देश की बहुत वरिष्ठ नेता हैं. सुरजेवाला ने कहा, 'उन्होंने जो कहा है, उस पर मैं प्रतिक्रिया नहीं देना चाहूंगा लेकिन मैं उनसे आत्मनिरीक्षण करने और अपनी नीतियों की समीक्षा करने का आग्रह करूंगा.' कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि एक वकील द्वारा हाल ही में पोल पैनल को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि विपक्षी दल चुनाव जीतने के लिए देश के नाम का इस्तेमाल करना चाहते हैं, इसे नजरअंदाज किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ बीजेपी का एक और प्रचार है. इसे नज़रअंदाज़ करना ही बेहतर है.
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