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राम मंदिर और स्वदेशी ध्रुवस्त्र होगी गणतंत्र दिवस 2021 झांकी का हिस्सा - राम मंदिर की झलक

गणतंत्र दिवस पर निकलने वाली झांकी में राम मंदिर की झलक देखने को मिलेगी. अधिकारियों के अनुसार झांकी में अयोध्या की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, मूल्यों और सुंदरता को दिखाया जाएगा, जबकि तेजस और स्वदेशी निर्मित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल भारतीय वायुसेना के द्वारा गणतंत्र दिवस परेड झांकी में शामिल होंगे.

झांकी
झांकी
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Published : Jan 22, 2021, 5:27 PM IST

नई दिल्ली : इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश को परेड के लिए उत्तर प्रदेश की झांकी के माध्यम से अयोध्या में आगामी राम मंदिर की एक झलक देखने को मिलेगी. अधिकारियों का कहना है कि झांकी भगवान राम के जन्म स्थान में बनने वाले राम मंदिर के महत्व और भव्यता को उजागर करने के लिए बनाई गई है.

अधिकारियों के अनुसार झांकी में अयोध्या की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, मूल्यों और सुंदरता को दिखाया जाएगा.

झांकी के पहले भाग में महर्षि वाल्मीकि को रामायण की रचना करते हुए दिखाया जाएगा. झांकी के मध्य भाग में जन भावनाओं और भक्ति से जुड़ी अयोध्या की सांस्कृतिक पहचान के प्रतीक राम मंदिर को दिखाई जाएगी.

झांकी
झांकी

अधिकारी ने आगे कहा कि मंदिर का मॉडल खुद ही लोगों में भक्ति और श्रद्धा की भावना पैदा करेगा.

उन्होंने बताया कि झांकी में रामायण के महत्वपूर्ण क्षणों को पेश किया जाएगा. इसमें निषदराज का अपमान और भगवान राम द्वारा साबरी का बेर खाना, अहिल्या का उद्धार, केवट संवाद, हनुमान द्वारा संजीवनी बूटी लाना, जटायु-राम संवाद, अशोक वाटिका और अन्य दृश्य शामिल हैं.

राम मंदिर झांकी
राम मंदिर झांकी

अधिकारी ने कहा कि मध्य झांकी के पहले भाग में अयोध्या का दीपोत्सव दिखाई देगा, जिसमें लाखों मिट्टी के दीपक जलते हुए दिखाई देंगे.

झांकी के दोनों किनारों पर साध्वियों और संतों को श्री राम को समर्पित होते दिखाया जाएगा, जो श्री राम के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करने के लिए जाना जाते हैं.

किंवदंती के अनुसार, उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी अयोध्या की स्थापना मनु के पुत्र इक्ष्वाकु ने की थी, जो अयोध्या के राजा, ब्रह्मा के पुत्र थे. इसे अष्टचक्र नवद्वार वाले अयोध्या कहा गया है और इसका वर्णन अथर्ववेद में भी है.

पढ़ें - फरवरी से शुरू होगा राम मंदिर निर्माण कार्य, नींव की डिजाइन पर हुआ फैसला

इसके अलावा इस बार झांकी में तेजस और स्वदेशी तौर पर विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल भारतीय वायुसेना के गणतंत्र दिवस परेड झांकी में शामिल होंगे. इस मामले में विंग कमांडर तेज प्रताप पांडेय ने कहा कि हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस और स्वदेशी तौर पर विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल भारतीय वायुसेना के गणतंत्र दिवस परेड झांकी में शामिल होंगे.

उन्होंने कहा कि ये (झांकी) हल्के लड़ाकू विमान तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर (एलसीएच), सुखोई -30 एमकेआई और रोहिणी राडार के मॉडल को प्रदर्शित करेंगे.

श्रम मंत्रालय की झांकी
श्रम मंत्रालय की झांकी

वहीं श्रम और रोजगार मंत्रालय ने भी इस साल की गणतंत्र दिवस परेड के लिए एक परेड की झांकी तैयार की है. झांकी हाल के दिनों में सरकार द्वारा लाए गए ऐतिहासिक श्रम सुधारों को चित्रित करेगी. झांकी का विषय मेहनत को सम्मान, अधिकार एक समान रखा है.

नई दिल्ली : इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश को परेड के लिए उत्तर प्रदेश की झांकी के माध्यम से अयोध्या में आगामी राम मंदिर की एक झलक देखने को मिलेगी. अधिकारियों का कहना है कि झांकी भगवान राम के जन्म स्थान में बनने वाले राम मंदिर के महत्व और भव्यता को उजागर करने के लिए बनाई गई है.

अधिकारियों के अनुसार झांकी में अयोध्या की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, मूल्यों और सुंदरता को दिखाया जाएगा.

झांकी के पहले भाग में महर्षि वाल्मीकि को रामायण की रचना करते हुए दिखाया जाएगा. झांकी के मध्य भाग में जन भावनाओं और भक्ति से जुड़ी अयोध्या की सांस्कृतिक पहचान के प्रतीक राम मंदिर को दिखाई जाएगी.

झांकी
झांकी

अधिकारी ने आगे कहा कि मंदिर का मॉडल खुद ही लोगों में भक्ति और श्रद्धा की भावना पैदा करेगा.

उन्होंने बताया कि झांकी में रामायण के महत्वपूर्ण क्षणों को पेश किया जाएगा. इसमें निषदराज का अपमान और भगवान राम द्वारा साबरी का बेर खाना, अहिल्या का उद्धार, केवट संवाद, हनुमान द्वारा संजीवनी बूटी लाना, जटायु-राम संवाद, अशोक वाटिका और अन्य दृश्य शामिल हैं.

राम मंदिर झांकी
राम मंदिर झांकी

अधिकारी ने कहा कि मध्य झांकी के पहले भाग में अयोध्या का दीपोत्सव दिखाई देगा, जिसमें लाखों मिट्टी के दीपक जलते हुए दिखाई देंगे.

झांकी के दोनों किनारों पर साध्वियों और संतों को श्री राम को समर्पित होते दिखाया जाएगा, जो श्री राम के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करने के लिए जाना जाते हैं.

किंवदंती के अनुसार, उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी अयोध्या की स्थापना मनु के पुत्र इक्ष्वाकु ने की थी, जो अयोध्या के राजा, ब्रह्मा के पुत्र थे. इसे अष्टचक्र नवद्वार वाले अयोध्या कहा गया है और इसका वर्णन अथर्ववेद में भी है.

पढ़ें - फरवरी से शुरू होगा राम मंदिर निर्माण कार्य, नींव की डिजाइन पर हुआ फैसला

इसके अलावा इस बार झांकी में तेजस और स्वदेशी तौर पर विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल भारतीय वायुसेना के गणतंत्र दिवस परेड झांकी में शामिल होंगे. इस मामले में विंग कमांडर तेज प्रताप पांडेय ने कहा कि हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस और स्वदेशी तौर पर विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ध्रुवस्त्र के मॉडल भारतीय वायुसेना के गणतंत्र दिवस परेड झांकी में शामिल होंगे.

उन्होंने कहा कि ये (झांकी) हल्के लड़ाकू विमान तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर (एलसीएच), सुखोई -30 एमकेआई और रोहिणी राडार के मॉडल को प्रदर्शित करेंगे.

श्रम मंत्रालय की झांकी
श्रम मंत्रालय की झांकी

वहीं श्रम और रोजगार मंत्रालय ने भी इस साल की गणतंत्र दिवस परेड के लिए एक परेड की झांकी तैयार की है. झांकी हाल के दिनों में सरकार द्वारा लाए गए ऐतिहासिक श्रम सुधारों को चित्रित करेगी. झांकी का विषय मेहनत को सम्मान, अधिकार एक समान रखा है.

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