बिलासपुर: अपनी ही बहन के घर चोरी कराने वाली महिला को पुलिस ने पकड़ा है. मामले में मंगलवार को महिला समेत 7 आरोपी गिरफ्तार किए गए, जिसका खुलासा एसपी बिलासपुर संतोश कुमार सिंह ने किया है. दो आरोपी अब भी फरार हैं. अभिषेक नगर निवासी सरोजनी साहू ने 21 मई को 20 हजार रुपए और कुछ गहनों के चोरी की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई थी. जांच पड़ताल में पुलिस ने चोरी के सामान और 41 लाख 20 हजार रुपए कैश सहित आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले में नया मोड़ तब आया जब आरोपियों ने सारे पैसे सरोजनी साहू के ही घर से चुराने का दावा किया. वन विभाग में ठेकेदार सरोजनी साहू ने केवल 20 हजार कैश और जेवर चोरी की ही बात कही. पुलिस सरोजनी साहू से पूछताछ करने के साथ ही आरोपियों के दावों की जांच कर रही है.
प्लान के तहत वाटर पार्क घुमाने ले गई बहन: आरोपी रुकमणी साहू शिकायतकर्ती सरोजिनी साहू की बहन है. रुक्मणी साहू 21 मई को सरोजनी साहू के परिवार को वाटर पार्क घुमाने ले गई थी, ताकि उसके उसके साथी चोरी का वारदात को अंजाम दे सकें. जैसे ही परिवार के लोग वाटर पार्क के लिए निकले, आरोपी शिवदीप अपने साथी शिव साहू, गोलू कश्यप और राजेंद्र कश्यप के साथ बिना नंबर की बाइक से महिला के घर पहुंचा. घर में दो बुजुर्ग महिलाओं को पानी मांगने के बहाने कमरे में बंद कर दिया और चोरी की घटना को अंजाम दिया.
सीसीटीवी फुटेज में दिखे आरोपी: वाटर पार्क से घर लौटने पर सरोजिनी साहू को चोरी होने की जानकारी मिली. इस पर उसने घर से 20 हजार रुपए और सोने चांदी के जेवरात चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो तीन नकाबपोश बैग लेकर उसलापुर मंगला होते रतनपुर की तरफ भागते नजर आए. पुलिस आरोपियों का पता करते हुए सेलर गांव एनीकट रोड पहुंची. यहां पुलिस ने नीले रंग की बुलेट पर सवार सूरज विश्वकर्मा, विशू और किशोरीलाल बंजारे को पकड़ा. विशू के कंधे पर मौजूद एयर बैग की तलाशी लेने पर पुलिस को 25 लाख रुपए नगद रुपए और सोने चांदी के आभूषण मिले.
साथियों ने ही बता गिया शिवदीप का पता: पुलिस ने सूरज, विशू और किशोरीलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो तीनों ने जुर्म कबूल करते हुए मास्टर माइंड शिवदीप का पता बताया. उनकी निशानदेही पर पुलिस ने शिवदीप तिवारी को उसके गांव नगपुरा (रतनपुरा) से गिरफ्तार किया. वारदात में शामिल गजेंद्र कश्यप और समेश कश्यप को भी पुलिस मे नगपुरा से हिरासत में लिया. शिवदीप के पास से बाकी के 16 लाख भी बरामद हुए. शिवदीप के पकड़े जाने पर खुलासा हो पाया कि शिकायतकर्ता सरोजिनी साहू की बहन रुकमणी साहू ने ही चोरी की सारी प्लानिंग की.
दो ग्रुप में पैसे बांटकर गुमराह करने का प्रयास: मास्टरमाइंड का पता न चले इसके लिए शिवदीप ने प्लानिंग कर रखी थी. उसने चोरी की रकम और कुछ सोने चांदी के आभूषण सूरज, विशू और किशोरीलाल बंजारे को थमा दिया. 15 लाख रुपए शिवदीप ने अपने पास रखे. 80 हजार विशू और योजना में शामिल गजेंद्र कश्यप को भी 40 हजार अलग से दिए. प्लान ये था कि एक ग्रुप पकड़ा जाएगा तो कम से कम एक हिस्सा पैसा बचा रहेगा. लेकिन सूरज, विशू और किशोरीलाल के पुलिस के सामने टूट जाने से सारा प्लान फेल हो गया.
बहन ने अपनी ही बहन के घर में मारी सेंध: सरोजिनी साहू वन विभाग में ठेकेदारी का काम करती है. इसलिए वह अपने घर पर बड़ी मात्रा में पैसे रखती थी. इसकी जानकारी रुकमणी साहू को लग गई थी. आरोपी रुक्मणी ने शिवदीप के साथ मिलकर चोरी का प्लान बनाया.
मामले में पुलिस को 41 लाख 20 हजार रुपए, एक चांदी का कंगन, 1 जोड़ी चांदी के पायल, एक सोने का मांग टीका, एक चांदी का पायल चूड़ी कंगन, चाकू सहित जेवर मिले हैं. जेवरात की कीमत करीब 3 लाख बताई जा रही है. मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गोलू कश्यप और शिवनारायण साहू फरार हैं. बताया जा रहा है कि आरोपी रुकमणी साहू अपने गांव की सरपंच रह चुकी है.