नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि देश कोरोना वायरस की स्थिति से निटपने के लिए पूरी तरह तैयार है. चीन और कुछ अन्य देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के आलोक में सरकार इस संक्रमण के संभावित प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के औचक परीक्षण समेत कई कदम उठा रही है.
नागर विमानन तथा इस्पात मंत्रालयों का प्रभार संभाल रहे सिंधिया ने कहा कि देश कोरोना वायरस की स्थिति से निटपने के लिए पूरी तरह तैयार है. 2014 से भाजपा नीत केंद्र सरकार द्वारा की गयी स्वास्थ्य पहलों का पत्रकारों के सामने जिक्र करते हुए उन्होंने यह विश्वास भी व्यक्त किया कि देश सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल कवरेज हासिल करेगा.
मंत्री के अनुसार दवाइयां सस्ती हो गयी हैं तथा दवाइयों का खर्च घट गया है. उनके मुताबिक इलाज के लिए कुल स्वास्थ्य खर्च के संदर्भ उपभोक्ता पर पड़ने वाला बोझ 2013-14 के 64 .2 प्रतिशत से घटकर 2018-19 में 48.2 फीसद रह गया है. उन्होंने कहा कि सरकार के स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के प्रमुख स्तंभ सुगमता, किफायत, गुणवत्ता और डिजिटल प्रदाय हैं.
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारी सरकार का ध्यान स्वास्थ्य देखभाल को समग्र स्वास्थ्य देखभाल में बदलने पर है. पीएम के वन नेशन वन हेल्थ के दृष्टिकोण के बाद, हमने सामूहिक रूप से कोविड का मुकाबला किया. इस सोमवार तक वैक्सीन की 220 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं.
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उन्होंने कहा, 'स्वास्थ्य मंत्रालय इस पर नजर रखे हुए है. पीएम मोदी ने कल कोविड की तैयारियों के संबंध में शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री आज राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. दूर-दराज के इलाकों में खून, वैक्सीन और दवा की डिलीवरी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. 2014 में केवल 6 एम्स थे और आज देश में 22 एम्स हैं. एमबीबीएस की सीटों में 90 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है.
(एक्सट्रा इनपुट भाषा)