मुंबई: मराठा आरक्षण की मांग को लेकर गरमाए माहौल के बीच आज मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस में सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई. हालांकि, ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने यह कहकर सरकार की कड़ी आलोचना की कि उन्होंने इस बैठक में उद्धव ठाकरे को आमंत्रित नहीं किया. हालांकि उद्धव ठाकरे को आमंत्रित नहीं किया गया था, लेकिन पार्टी की ओर से कहा गया है कि मराठा आरक्षण के लिए कोई राजनीति न करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने अपने विधायकों को इस बैठक में भेजा है.
बुधवार की सर्वदलीय बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे समूह के प्रमुख उद्धव ठाकरे को आमंत्रित नहीं किया गया. उद्धव ठाकरे पूर्व मुख्यमंत्री और विधान परिषद के सदस्य हैं. लेकिन सरकार ने अपना ख़राब रवैया दिखाया और इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर शरद पवार, अशोक चव्हाण और पृथ्वीराज चव्हाण को आमंत्रित किया गया.
हालांकि, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी ने मराठा आरक्षण के लिए कोई राजनीति किए बिना अपने विधायकों को इस बैठक में भेजा. मुंबई में अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए सांसद संजय राउत ने सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि 'आरक्षण के मुद्दे को सुलझाना बहुत जरूरी है. संकीर्ण मानसिकता से इस समस्या का समाधान नहीं होगा. इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए.'
आगे उन्होंने कहा कि 'यह हमारा मुद्दा है. यह हमारी भूमिका है. अगर महाराष्ट्र में आग लगी है तो सभी पार्टियों को एक साथ आकर कोई रास्ता निकालना चाहिए. सर्वदलीय बैठक हालांकि इस बैठक में ऐरे गैरे नाथूलाल को आमंत्रित किया गया. उनका कोई विधायक नहीं है. पार्टी अस्तित्व में नहीं है. एक विधायक हैं. उन सभी को आमंत्रित किया गया है. हालांकि, 16 विधायकों और छह सांसदों वाली शिवसेना को मुख्यमंत्री ने आमंत्रित नहीं किया है, यह उनकी संकीर्ण मानसिकता है..