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असम-मिजोरम सीमा पर तनाव व्याप्त, केंद्रीय बल कर रहे गश्त

असम-मिजोरम सीमा पर रविवार को भी तनाव व्याप्त रहा. आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई करने वाले ट्रकों सहित अन्य वाहनों के आवागमन पर वहां प्रतिबंध रविवार छठे दिन भी जारी है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

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Published : Aug 1, 2021, 4:27 PM IST

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सिलचर : असम-मिजोरम सीमा पर रविवार को भी तनाव व्याप्त रहा. उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित क्षेत्र लैलापुर के अंदर और इसके आसपास तथा अंतरराज्यीय सीमा पर स्थिति शांत है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के बड़ी संख्या में जवान राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 306 पर गश्त कर रहे हैं.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के राजनीतिक सचिव जयंत एम बरूआ के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल असम पुलिस के एक दिवंगत कर्मी के घर गया और सोमवार को स्थिति से निपटने में बल के साहस की सराहना की.

असम की बराक घाटी में अधिकारियों ने कहा कि वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है, जबकि एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा में कोई रोक नहीं है. कोविड-19 प्रबंधन से जुड़ी सामग्री सहित आवश्यक आपूर्ति के साथ दर्जनों ट्रक कछार जिले में काबुगंज-ढोलाई के बीच खड़े हैं.

एक अधिकारी ने कहा कि मिजोरम की ओर जाने वाले मार्गों की संगठित नाकेबंदी हटा दी गई है और कोई भी समूह अब सड़कों पर ट्रकों या अन्य वाहनों को रोकने के लिए मौजूद नहीं है, लेकिन नाराज नागरिक वाहनों को रोक रहे हैं. उन्होंने कहा कि मिजोरम की ओर से भी वाहन असम में प्रवेश नहीं कर रहे हैं और सिर्फ आधिकारिक तथा सुरक्षा वाहन ही सड़कों पर परिचालित हो रहे हैं.

विवादित सीमावर्ती क्षेत्र में सोमवार को दोनों राज्यों के पुलिस बलों के बीच हुई भीषण गोलीबारी के बाद बराक घाटी में कई समूहों ने नाकेबंदी कर दी, जिसका पड़ोसी राज्य ने कड़ा विरोध किया. हिंसा में छह पुलिसकर्मी सहित असम के सात लोग मारे गए और 50 से अधिक घायल हो गए.

यह भी पढ़ें-यूपी दौरे पर शाह : योगी की शान में पढ़े कसीदे, विपक्षियों पर बोला जोरदार हमला

असम की बराक घाटी के कछार, करीमगंज और हाइलाकांडी जिले मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164.6 किमी लंबी सीमा साझा करते हैं.

(पीटीआई-भाषा)

सिलचर : असम-मिजोरम सीमा पर रविवार को भी तनाव व्याप्त रहा. उन्होंने बताया कि हिंसा प्रभावित क्षेत्र लैलापुर के अंदर और इसके आसपास तथा अंतरराज्यीय सीमा पर स्थिति शांत है. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के बड़ी संख्या में जवान राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 306 पर गश्त कर रहे हैं.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के राजनीतिक सचिव जयंत एम बरूआ के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल असम पुलिस के एक दिवंगत कर्मी के घर गया और सोमवार को स्थिति से निपटने में बल के साहस की सराहना की.

असम की बराक घाटी में अधिकारियों ने कहा कि वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है, जबकि एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा में कोई रोक नहीं है. कोविड-19 प्रबंधन से जुड़ी सामग्री सहित आवश्यक आपूर्ति के साथ दर्जनों ट्रक कछार जिले में काबुगंज-ढोलाई के बीच खड़े हैं.

एक अधिकारी ने कहा कि मिजोरम की ओर जाने वाले मार्गों की संगठित नाकेबंदी हटा दी गई है और कोई भी समूह अब सड़कों पर ट्रकों या अन्य वाहनों को रोकने के लिए मौजूद नहीं है, लेकिन नाराज नागरिक वाहनों को रोक रहे हैं. उन्होंने कहा कि मिजोरम की ओर से भी वाहन असम में प्रवेश नहीं कर रहे हैं और सिर्फ आधिकारिक तथा सुरक्षा वाहन ही सड़कों पर परिचालित हो रहे हैं.

विवादित सीमावर्ती क्षेत्र में सोमवार को दोनों राज्यों के पुलिस बलों के बीच हुई भीषण गोलीबारी के बाद बराक घाटी में कई समूहों ने नाकेबंदी कर दी, जिसका पड़ोसी राज्य ने कड़ा विरोध किया. हिंसा में छह पुलिसकर्मी सहित असम के सात लोग मारे गए और 50 से अधिक घायल हो गए.

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असम की बराक घाटी के कछार, करीमगंज और हाइलाकांडी जिले मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164.6 किमी लंबी सीमा साझा करते हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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