हैदराबाद: हरित आवरण में सुधार के लिए तेलंगाना के हरिता हरम कार्यक्रम के तहत, पिछले छह वर्षों के दौरान 5,900 करोड़ रुपये की लागत से 220 करोड़ पौधे लगाए गए हैं. राज्य के एक मंत्री ने गुरुवार को यह जानकारी दी. बड़े पैमाने पर पौधरोपण कार्यक्रम का सातवां चरण गुरुवार को पूरे तेलंगाना में शुरू हुआ.
पौधारोपण अभियान
कार्यक्रम की शुरुआत करने वाले नगर निगम प्रशासन और शहरी विकास मंत्री के.टी. रामाराव ने हरिता हरम को मानव इतिहास में अपनी तरह का तीसरा सबसे बड़ा प्रयास बताया. उन्होंने पर्यावरण और वन मंत्री ए. इंद्रकरन रेड्डी और शिक्षा मंत्री सबिता इंद्र रेड्डी के साथ, हैदराबाद के बाहरी इलाके में अंबरपेट कलां के पास बाहरी रिंग रोड से सटे आरक्षित वन क्षेत्र में 10 दिवसीय पौधरोपण अभियान शुरू किया. आयोजन के हिस्से के रूप में, हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा विकसित शहरी वन पार्क का उद्घाटन किया गया.
6 साल पहले शुरू हुआ अभियान
हरिता हरम की शुरुआत साल 2015 में हुई थी. इस साल वन और पर्यावरण विभाग ने राज्यभर में 20 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. अगर यह पूरा हो जाता है तो यह हरिता हरम के 230 करोड़ पौधे लगाने के लक्ष्य को पार कर जाएगा. रामा राव ने बताया कि हरिता हरम के तहत 5900 करोड़ रुपये की लागत से 220 करोड़ पौधे लगाए गए हैं.
28 प्रतिशत हुआ ग्रीन कवर
केटीआर ने दावा किया कि कार्यक्रम ने राज्य के हरित आवरण को 23.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया है और 33 प्रतिशत के लक्ष्य को प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया है. उन्होंने कार्यक्रम में अपनी राजनीतिक विचारधारा के बावजूद सभी लोगों की भागीदारी का आह्वान करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा करना है. भावी पीढ़ियों के लिए पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल देते हुए, उन्होंने कोविड-19 महामारी के कारण सभी के सामने आए संकट को याद किया.
तेलंगाना को हरा-भरा बनाना है
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के तहत 129 शहरी पार्क विकसित किए गए. हैदराबाद महानगर विकास प्राधिकरण की सीमा में 650 करोड़ रुपये की लागत से कुल 59 शहरी पार्क विकसित किए गए है.
वर्तमान चरण में, राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गो और गांवों की सड़कों को हरा-भरा और सुंदर बनाने के लिए, बहु-स्तरीय एवेन्यू पौधरोपण पर ध्यान दिया जाएगा. वर्तमान चरण के लिए तेलंगाना भर में 15,241 नर्सरी में कुल 25 करोड़ पौधे रोपण के लिए उपलब्ध हैं.
(आईएएनएस)