वारंगल : राज्य में चुनाव को लेकर अवैध रूप से रुपये के लेन देन किए जा रहे हैं. इस सिलसिले में वारंगल के पास एक घटना घटी. अवैध रूप से नकदी ले जा रही एक कार के बोनट के नीचे से अचानक गहरा धुआं फैल गया. नतीजा यह हुआ कि कार में सवार लोग गाड़ी और नकदी छोड़कर भाग गए. रकम कोई दूसरा व्यक्ति ले गया. यह घटना शुक्रवार को वारंगल के पास वारंगल-खम्मम राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई.
50 लाख रुपये होने की आशंका: कुछ अज्ञात लोग कार के इंजन बोनट के नीचे नकदी ले जा रहे हैं. वारंगल से वर्धनपेट की ओर जा रही कार जब बोल्लिकुंटा चौराहे पर पहुंची तो अचानक उसमें से धुआं फैल गया. वे कार और पैसे छोड़कर भाग गए. कुछ पैसे जल गए और पीछे दूसरी कार में आया एक व्यक्ति नोटों के बंडलों से भरा बैग अपने साथ ले गया. आशंका है कि ले जाया जाने वाला पैसा 50 लाख रुपये तक होगा.
वारंगल ईस्ट जोन के डीसीपी रविंदर और मामुनूर एसीपी सतीश बाबू ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और मामला दर्ज किया. पुलिस इस पहलू पर जांच कर रही है कि यह पैसा किसका है, इसे कहां और क्यों ले जाया जा रहा था? बाद में नोटों का बैग कौन ले गया? पुलिस को पता चला कि कार मुसारामबाग के पते पर मणि राजू चकिला के नाम पर है. बताया गया है कि कुछ लोगों ने सड़क पर गिरे नोट उठा लिए. ऐसा लगता है कि यह रकम चुनाव में वोटरों को बांटने के लिए ट्रांसफर की जा रही है.
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पत्रकार के पास से 44 लाख रुपये जब्त: पुलिस ने विकाराबाद जिले के बशीराबाद मंडल में एक पत्रकार से 44 लाख नकद जब्त किए. पुलिस गुरुवार आधी रात को मंडल केंद्र में निरीक्षण कर रही थी. उसी समय एक पत्रकार दोपहिया वाहन पर बशीराबाद से रेलवे फाटक की ओर आ रहा था. शक होने पर उसकी तलाशी ली गई. इस दौरान रुपये बरामद किए गए. पैसे कहां से आए इसके बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दिया. एसआई वेणुगोपाल गौड़ ने बताया कि जांच में पता चला कि यह पैसा तंदूरी कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से मतदाताओं को ट्रांसफर किया जा रहा था. उन्होंने बताया कि नकदी को कब्जे में लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है.