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Telangana Assembly Election : विधानसभा चुनाव को लेकर मंत्री केटीआर ने कही बड़ी बात, जानिए क्या कहा?

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 12, 2023, 8:30 PM IST

Updated : Sep 12, 2023, 9:49 PM IST

तेलंगाना के मंत्री केटीआर ने उम्मीद जताई है कि विधानसभा चुनाव की अधिसूचना अक्टूबर में जारी नहीं होगी. उनका मानना है कि चुनाव छह महीने बाद होंगे (Telangana Assembly Election).

Telangana Minister KTR
तेलंगाना के मंत्री केटीआर

हैदराबाद : तेलंगाना के मंत्री केटीआर (Telangana Minister KTR) का मानना है कि राज्य विधानसभा चुनाव की अधिसूचना अक्टूबर महीने में नहीं आएगी. उम्मीद है कि अगले 6 महीने बाद चुनाव होंगे. प्रगति भवन में उन्होंने पत्रकारों से बात की. इस मौके पर चुनाव से संबंधित विषयों पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि संसद के विशेष सत्र के बाद ही स्थिति साफ हो सकती है.

उन्होंने कहा कि अगर 'एक देश एक चुनाव' आते हैं तो उनकी सरकार छह महीने के लिए कार्यवाहक सरकार होगी, इसलिए अधिक विकास और कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने का अवसर मिलेगा.

केटीआर ने कहा कि जमीली चुनाव हो या न हो, हमें फायदा होगा. हाल ही में उम्मीदवारों की घोषणा के बाद और अधिक सकारात्मकता है. बीआरएस के 90 से अधिक सीटें जीतने के बाद केसीआर (KCR) निश्चित रूप से फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता के बीच अपनी लोकप्रियता खो चुकी है. उन्होंने कहा कि लोगों को पार्टी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी या अन्य नेताओं पर कोई भरोसा नहीं है.

केटीआर ने कहा कि 'राष्ट्रीय पार्टियां दिल्ली की गुलाम हैं. तेलंगाना की स्वाभिमानी जनता गुलामी करने वाली पार्टियों को स्वीकार नहीं करेगी. राज्य के लोगों को तय करना चाहिए कि वे दिल्ली के गुलाम बनना चाहते हैं या तेलंगाना के बच्चे. किरण कुमार रेड्डी, केवीपी और वाईएस शर्मिला जैसे तेलंगाना के सभी विरोधी एकजुट हो रहे हैं. क्या हम विकास के दस साल तेलंगाना विरोधियों के हाथों में सौंप दें, लोगों को पता होना चाहिए?'

केटीआर ने कहा कि निचले स्तर से जो फीडबैक आ रहा है, उसके मुताबिक लोगों को लगता है कि केसीआर इस राज्य के लिए जरूरी हैं. केटीआर ने कहा कि लोग सरकार द्वारा दस वर्षों में प्रदान की गई योजनाओं, कल्याणकारी कार्यों और विकास कार्यक्रमों की तारीफ कर रहे हैं. लोगों में बहुत स्पष्टता है. विपक्ष खुद भ्रमित है. विपक्ष की चाहत दूसरे स्थान की है. विपक्ष को लगा कि अगर बैठक के लिए सीटें नहीं दी गईं तो वे हमारे पास आ जाएंगे.'

केटीआर ने कहा कि 'केसीआर ने अपने नेतृत्व और पार्टी नेताओं पर विश्वास के कारण मौजूदा विधायकों को सीटें दी हैं.' केटीआर ने टिप्पणी की कि उनका आंध्र प्रदेश के घटनाक्रम से कोई लेना-देना नहीं है.. उन्होंने कहा, यह उनका सिरदर्द है.

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उन्होंने कहा कि अगर 'एक देश एक चुनाव' आते हैं तो उनकी सरकार छह महीने के लिए कार्यवाहक सरकार होगी, इसलिए अधिक विकास और कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने का अवसर मिलेगा.

केटीआर ने कहा कि जमीली चुनाव हो या न हो, हमें फायदा होगा. हाल ही में उम्मीदवारों की घोषणा के बाद और अधिक सकारात्मकता है. बीआरएस के 90 से अधिक सीटें जीतने के बाद केसीआर (KCR) निश्चित रूप से फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता के बीच अपनी लोकप्रियता खो चुकी है. उन्होंने कहा कि लोगों को पार्टी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी या अन्य नेताओं पर कोई भरोसा नहीं है.

केटीआर ने कहा कि 'राष्ट्रीय पार्टियां दिल्ली की गुलाम हैं. तेलंगाना की स्वाभिमानी जनता गुलामी करने वाली पार्टियों को स्वीकार नहीं करेगी. राज्य के लोगों को तय करना चाहिए कि वे दिल्ली के गुलाम बनना चाहते हैं या तेलंगाना के बच्चे. किरण कुमार रेड्डी, केवीपी और वाईएस शर्मिला जैसे तेलंगाना के सभी विरोधी एकजुट हो रहे हैं. क्या हम विकास के दस साल तेलंगाना विरोधियों के हाथों में सौंप दें, लोगों को पता होना चाहिए?'

केटीआर ने कहा कि निचले स्तर से जो फीडबैक आ रहा है, उसके मुताबिक लोगों को लगता है कि केसीआर इस राज्य के लिए जरूरी हैं. केटीआर ने कहा कि लोग सरकार द्वारा दस वर्षों में प्रदान की गई योजनाओं, कल्याणकारी कार्यों और विकास कार्यक्रमों की तारीफ कर रहे हैं. लोगों में बहुत स्पष्टता है. विपक्ष खुद भ्रमित है. विपक्ष की चाहत दूसरे स्थान की है. विपक्ष को लगा कि अगर बैठक के लिए सीटें नहीं दी गईं तो वे हमारे पास आ जाएंगे.'

केटीआर ने कहा कि 'केसीआर ने अपने नेतृत्व और पार्टी नेताओं पर विश्वास के कारण मौजूदा विधायकों को सीटें दी हैं.' केटीआर ने टिप्पणी की कि उनका आंध्र प्रदेश के घटनाक्रम से कोई लेना-देना नहीं है.. उन्होंने कहा, यह उनका सिरदर्द है.

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Last Updated : Sep 12, 2023, 9:49 PM IST
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