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तेजस्वी यादव ने सरकारी आवास को बनाया कोविड केयर सेंटर, सरकार को लिखा पत्र

राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया है. इससे पहले नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर पीड़ितों की मदद के लिए इजाजत मांगी थी

तेजस्वी यादव की पहल
तेजस्वी यादव की पहल
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Published : May 19, 2021, 3:21 PM IST

पटना : कोरोना वायरस महामारी में लोगों की मदद के लिए कई संस्थाएं व संगठन अपने स्तर पर मुस्तैदी से काम कर रहे हैं. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने भी बड़ा कदम उठाया है. तेजस्वी यादव ने पटना में अपने सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर में तब्दील किया है.

जानकारी के अनुसार यहां मरीजों की नि:शुल्क सुविधा मिलेगी. तेजस्वी यादव ने इस केंद्र को सेवाओं में शामिल करने के लिए सरकार को पत्र भी लिखा है.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने निजी कोष से 1, पोलो रोड स्थित सरकारी आवास पर तमाम आवश्यक मेडिकल उपकरणों तथा खाने-पीने की नि:शुल्क सुविधाओं से सुसज्जित राजद कोविड केयर की स्थापना कर नियमानुसार इसे सरकार द्वारा अपनाने का अनुरोध और सौंपने का निर्णय किया है.

तेजस्वी यादव का बयान

तेजस्वी ने लिखा था पत्र
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कोविड पीड़ितों की मदद के लिए इजाजत मांगी थी. तेजस्वी ने अपने लिखे पत्र में कहा था कि उन्होंने कई बार नेता प्रतिपक्ष के नाते आप को पत्र लिखा लेकिन आज तक आपने मेरे किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया. जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सही नहीं है.

विपक्ष की नहीं सुन रही सरकार
तेजस्वी यादव ने पत्र में लिखा- 'माननीय मुख्यमंत्री जी से स्वास्थ्य व्यवस्था, बचाव व राहत कार्य दुरुस्त करने और कराने के उद्देश्य से विशेष अनुमति के लिए पत्र लिखा है. एक माह पूर्व सर्वदलीय बैठक में हमने 30 महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे लेकिन किसी पर भी अमल नहीं हुआ. सरकार ना विफलताओं से सीख रही है और ना विपक्ष की सुन रही है.'

पढ़ेंः गंगा पर भावुक हुईं उमा, बोलीं- उम्मीद है बचा लेंगे पीएम मोदी

नेता प्रतिपक्ष ने अपने पत्र में कहा है कि कोविड जैसी महामारी में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था और असंवेदनशीलता से जूझती जनता के लिए वे और उनके सभी विधायक अपने अपने क्षेत्र में लोगों को आवश्यक जीवनरक्षक दवाएं, ऑक्सीजन सिलेंडर, बेड आदि मुहैया करा रहे हैं. वह इन सारे कार्यों का सर्वेक्षण करना चाहते हैं. इसलिए आग्रह है कि उन्हें और सभी विधायकों को राज्य के किसी भी अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कोविड केयर सेंटर आदि के अंदर जाकर मरीजों एवं उनके परिजनों से मिलने तथा राहत पहुंचाने, कोविड केयर सेंटर खोलने और सामुदायिक किचन आदि चलाने की अनुमति प्रदान की जाए.

बिहार में महामारी से उपजे हालात
बता दें कि, बिहार में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है. पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 111 मौतें दर्ज की गई हैं. बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 1,35,130 लोगों की कोरोना जांच की गई और इस दौरान 6286 नए पॉजिटिव मिले. वहीं 11,174 संक्रमित ठीक हुए हैं. राज्य में अब तक 93.10 लाख लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है.

पटना : कोरोना वायरस महामारी में लोगों की मदद के लिए कई संस्थाएं व संगठन अपने स्तर पर मुस्तैदी से काम कर रहे हैं. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने भी बड़ा कदम उठाया है. तेजस्वी यादव ने पटना में अपने सरकारी आवास को कोविड केयर सेंटर में तब्दील किया है.

जानकारी के अनुसार यहां मरीजों की नि:शुल्क सुविधा मिलेगी. तेजस्वी यादव ने इस केंद्र को सेवाओं में शामिल करने के लिए सरकार को पत्र भी लिखा है.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने निजी कोष से 1, पोलो रोड स्थित सरकारी आवास पर तमाम आवश्यक मेडिकल उपकरणों तथा खाने-पीने की नि:शुल्क सुविधाओं से सुसज्जित राजद कोविड केयर की स्थापना कर नियमानुसार इसे सरकार द्वारा अपनाने का अनुरोध और सौंपने का निर्णय किया है.

तेजस्वी यादव का बयान

तेजस्वी ने लिखा था पत्र
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कोविड पीड़ितों की मदद के लिए इजाजत मांगी थी. तेजस्वी ने अपने लिखे पत्र में कहा था कि उन्होंने कई बार नेता प्रतिपक्ष के नाते आप को पत्र लिखा लेकिन आज तक आपने मेरे किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया. जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सही नहीं है.

विपक्ष की नहीं सुन रही सरकार
तेजस्वी यादव ने पत्र में लिखा- 'माननीय मुख्यमंत्री जी से स्वास्थ्य व्यवस्था, बचाव व राहत कार्य दुरुस्त करने और कराने के उद्देश्य से विशेष अनुमति के लिए पत्र लिखा है. एक माह पूर्व सर्वदलीय बैठक में हमने 30 महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे लेकिन किसी पर भी अमल नहीं हुआ. सरकार ना विफलताओं से सीख रही है और ना विपक्ष की सुन रही है.'

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नेता प्रतिपक्ष ने अपने पत्र में कहा है कि कोविड जैसी महामारी में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था और असंवेदनशीलता से जूझती जनता के लिए वे और उनके सभी विधायक अपने अपने क्षेत्र में लोगों को आवश्यक जीवनरक्षक दवाएं, ऑक्सीजन सिलेंडर, बेड आदि मुहैया करा रहे हैं. वह इन सारे कार्यों का सर्वेक्षण करना चाहते हैं. इसलिए आग्रह है कि उन्हें और सभी विधायकों को राज्य के किसी भी अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कोविड केयर सेंटर आदि के अंदर जाकर मरीजों एवं उनके परिजनों से मिलने तथा राहत पहुंचाने, कोविड केयर सेंटर खोलने और सामुदायिक किचन आदि चलाने की अनुमति प्रदान की जाए.

बिहार में महामारी से उपजे हालात
बता दें कि, बिहार में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है. पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 111 मौतें दर्ज की गई हैं. बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 1,35,130 लोगों की कोरोना जांच की गई और इस दौरान 6286 नए पॉजिटिव मिले. वहीं 11,174 संक्रमित ठीक हुए हैं. राज्य में अब तक 93.10 लाख लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है.

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