नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना प्रमुख मार्शल वीआर चौधरी (Air Force Chief Marshal VR Chaudhari) ने गुरुवार को कहा कि 'सुरक्षा कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने हल्के लड़ाकू विमान (LCA Mark 2) परियोजना को मंजूरी दे दी है. यह निर्णय हमारी अगली पीढ़ी के लड़ाकू विमान के स्वदेशी डिजाइन और विकास को जबरदस्त बढ़ावा देगा...हम लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर भी वायु सेना में शामिल करेंगे.'
एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि यह आवश्यक है कि सभी हितधारक अगली पीढ़ी के विमानों (next-generation aircraft) को भारतीय वायुसेना में समय पर शामिल करने के लिए मिलकर काम करें. उन्होंने कहा कि एलसीए मार्क 2 लड़ाकू विमान, विमान निर्माण के क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर भारत' पहल को आगे बढ़ाएगा.
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि 'आने वाले वर्षों में IAF के लड़ाकू स्क्वाड्रनों की तेजी से घटती ताकत और मिग 21 विमानों के बाहर होने के मद्देनजर यह जरूरी है कि परियोजनाओं के लिए निर्धारित समय-सीमा का सख्ती से पालन किया जाए.' उन्होंने कहा कि स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस मार्क 2 (Tejas Mark 2) परियोजना देश में विमानों की कमी को पूरा करेगा. वैश्विक विमानों से प्रतिस्पर्धा के बारे में बात करते हुए, IAF प्रमुख ने कहा, 'SQRs (सेवा गुणात्मक आवश्यकताएं) और उद्योग और विकास एजेंसी के आश्वासनों को देखते हुए हम उम्मीद करते हैं कि उत्पाद बाजार में सबसे अच्छे विमानों के साथ प्रतिस्पर्धी होगा.'
'10 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर अगले महीने शामिल होंगे' : अन्य स्वदेशी परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए IAF प्रमुख ने कहा कि '70 बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट (HTT-40) के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर होने की संभावना है. हम हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर भी शामिल करेंगे, जिनमें से 10 भारतीय वायुसेना में लगभग अगले महीने शामिल होंगे. लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर भी उन्नत चरण में हैं. इसलिए, हमारे पास चार प्रमुख परियोजनाएं आ रही हैं और यह मेक इन इंडिया को जबरदस्त बढ़ावा देंगी.'
पढ़ें- सीसीएस ने स्वदेशी एलसीए मार्क 2 लड़ाकू विमान परियोजना को मंजूरी दी
(ANI)