देहरादून (उत्तराखंड): पर्यावरण के लिए काम कर रहे पद्म भूषण पर्यावरणविद् डॉ. अनिल प्रकाश जोशी की संस्था हिमालयन एनवायरमेंटल स्टडीज एंड कंजर्वेशन ऑर्गेनाइजेशन (हेस्को) को सम्मान के तौर पर 25 लाख रुपए पर्यावरण संरक्षण के कार्यों के लिए मिलेंगे. अभिताभ बच्चन के शो 'कौन बनेगा करोड़पति' में अपनी फिल्म 'द आर्चीज' की पूरी टीम के साथ पहुंची निर्देशक जोया अख्तर ने जीती हुई धनराशि डॉ. अनिल प्रकाश जोशी की संस्था को देने की घोषणा की है.
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दरअसल, जोया अख्तर के निर्देशन में बनी फिल्म 'द आर्चीज' की पूरी कास्ट 'कौन बनेगा करोड़पति' में चैरिटी शो के लिए पहुंची थी. जिसके बाद अमिताभ बच्चन ने उनसे पूछा कि जीती गई धनराशि आप कहां और किसके लिए इस्तेमाल करेंगे? सवाल के जवाब पर उन्होंने पद्म भूषण डॉक्टर अनिल प्रकाश जोशी के बारे में विस्तार से बताया.
हेस्को की हुई तारीफ: फिल्म 'द आर्चीज' कुछ युवाओं की कहानी है. 'द आर्चीज' में पर्यावरण जैसे मुद्दे को बेहद खूबसूरत ढंग से फिल्माया गया है. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा, शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान समेत कई युवा कलाकार शामिल हैं. कार्यक्रम में मौजूद फिल्म के निर्देशक जोया अख्तर कहती हैं कि हम लगातार यह रिसर्च कर रहे थे कि कौन किस तरह से पर्यावरण के लिए काम कर रहा है? तब हमें देहरादून स्थित 'हेस्को' (Himalayan Environmental Studies and Conservation Organization) के बारे में पता लगा. हमने जब उनके बारे में पढ़ा और जानकारी हासिल की तो पाया कि यह संस्था पर्यावरण संरक्षण और पर्यावरण से अर्थव्यवस्था में सुधार कैसे हो? इसके लिए ये संस्था शानदार काम कर रही है.
इसके बाद अमिताभ बच्चन ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे शानदार काम बताया. अमिताभ बच्चन ने कहा कि हमें और आने वाली पीढ़ी को पर्यावरण के बारे में सोचना होगा. यह भी देखना होगा कि किस तरह से हम पर्यावरण के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकते हैं. अमिताभ बच्चन ने पूरी फिल्म टीम को चैरिटी के लिए दी जा रही धनराशि पर आभार भी जताया.
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बड़े मंचों पर भी हो पर्यावरण संरक्षण की बात: अमिताभ बच्चन के 'कौन बनेगा करोड़पति शो' में डॉ. अनिल जोशी पहले भी गेस्ट बनकर आ चुके हैं. देश में जाना माना नाम डॉक्टर अनिल प्रकाश जोशी फिल्म में पर्यावरण को लेकर दिखाए गए पहलू से बेहद खुश हैं. फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने बताया कि, ये देखकर अच्छा लगता है जब हमारा हिंदी सिनेमा पर्यावरण जैसे मुद्दे पर फिल्म बनाता है. जोशी मानते हैं कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर जितना काम किया जाए, उतना कम है. उन्होंने 'द आर्चीज' की पूरी टीम को धन्यवाद दिया और कहा कि वो लोगों से अपील करेंगे कि पर्यावरण से जुड़े हर मुद्दे, हर फिल्म और हर धारावाहिक को भरपूर प्यार दें. ताकि आने वाले समय में पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़े मंचों पर भी बात हो. इस तरह की फिल्म से युवाओं और देश की जनता को भी जोड़ा जाए.
कौन हैं अनिल जोशी: उत्तराखंड के रहने वाले डॉक्टर अनिल प्रकाश जोशी जाने-माने पर्यावरणविद् हैं. साल 2006 में उन्हें तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने पद्मश्री प्रदान किया था. उत्तराखंड के कोटद्वार शहर में जन्मे डॉक्टर अनिल जोशी सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरणविद् हैं. उन्होंने उत्तराखंड ही नहीं, देश के कई शहरों में पर्यावरण के लिए कई बड़े काम किए हैं. आज वह उत्तराखंड के लोकल प्रोडक्ट को भी बढ़ावा दे रहे हैं. सिर पर लाल रंग का साफा बांधे और कुर्ता पायजामा पहनने वाले अनिल जोशी को साल 2003 में वीक मैगजीन द्वारा मैन ऑफ द ईयर चुना गया था. उन्हें 2020 में तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है.
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