अमरावती : टीडीपी के राष्ट्रीय महासचिव नारा लोकेश ने आपत्ति जताई कि आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी नेता चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण को लेकर व्यक्तिगत आरोप लगा रहे हैं. वाईएसआरसीपी नेताओं द्वारा उनके परिवार पर आरोप लगाए जाने से लोकेश भावुक हो गए. उन्होंने चेतावनी दी कि 'सीएम जगन के घर में क्या हो रहा है, इसके बारे में अगर हमने अपना मुंह खोला तो वाईएसआरसीपी नेता अपना सिर नहीं उठा पाएंगे.'
लोकेश ने कहा कि चंद्रबाबू ने उनसे कहा था कि राजनीति में व्यक्तिगत आलोचना नहीं होनी चाहिए. उन्होंने खुलासा किया कि वे उस संस्कृति को लेकर राजनीति कर रहे हैं. नारा लोकेश ने भावुक होते हुए कहा कि टीडीपी चीफ चंद्रबाबू एक जन नेता हैं जिन्होंने आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए अथक प्रयास किया. पार्टी की बोर्ड लेवल मीटिंग में लोकेश के भाषण का आंसुओं के साथ स्वागत किया गया.
उन्होंने कहा कि 'चंद्रबाबू जनता के लिए लड़ने वाले और मंच सभा में आंसू बहाने वाले नेता थे (shed tears on the stage meeting). अगर तेलुगू देशम पार्टी-जन सेना पार्टी नहीं लड़ती तो जगन राज्य का बंटवारा कर देते और उसे बेच देते.' उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर तेलुगु देशम-जन सेना एक साथ चुनाव लड़ती है तो 160 सीटों की गारंटी है. लोकेश ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि चंद्रबाबू को जेल में डाल दिया गया, जबकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया था. उन्होंने कहा, अगर चंद्रबाबू पैसा कमाना चाहते हैं तो राजनीति की कोई जरूरत नहीं है.
'जगन ने राज्य को बर्बाद कर दिया है' : उन्होंने कहा कि '2019 में जगन ने केवल एक मौका मांगा था. अब जगन ने एक तानाशाह की तरह राज्य को नष्ट कर दिया. राज्य को कर्ज में धकेल दिया गया. 'साइको जगन' का पहला निर्णय लोगों के लिए बनाए गए सार्वजनिक मंच को ध्वस्त करना था. दलित, बीसी, अल्पसंख्यक और कई टीडीपी नेताओं पर हजारों मामले दर्ज किए गए हैं.' उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू राज्य में कई उद्योग लाए. हजारों बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया गया है. चंद्रबाबू को उद्योग लाने और नौकरियां प्रदान करने के लिए जेल भेजा गया? चंद्रबाबू को विकास और कल्याण कार्यक्रमों को लागू करने के लिए गिरफ्तार किया गया? क्या यह था नौकरी कैलेंडर तुरंत जारी करना उनका अपराध है? क्या चंद्रबाबू का सिंचाई परियोजनाओं पर सवाल उठाना गलत है?
उन्होंने कहा कि 'चंद्रबाबू को इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने हमेशा अपनी राजधानी को अन्य राज्यों की राजधानियों के बराबर बनाने के लिए कड़ी मेहनत की. क्या किसानों से लाभकारी मूल्य की मांग करना गलत है? क्या बिजली, आरटीसी शुल्क और करों में कटौती की मांग करना उनका अपराध है? चंद्रबाबू ने एक पल के लिए भी अपने परिवार की परवाह नहीं की और हमेशा लोगों के बारे में सोचा.'
लोकेश ने कहा, 'मेरी मां को धमकाया जा रहा है. क्या कभी मेरी मां बाहर आई है? आख़िरकार, वे मेरी मां के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज करने की धमकी दे रहे हैं. मेरी मां कभी भी सरकारी कार्यक्रमों में नहीं आती थीं. विधानसभा गवाह के रूप में इस मनोरोगी जगन और उसकी सेना द्वारा उनका अपमान किया गया था. मेरी मां सेवा कार्यक्रमों के अलावा राजनीति नहीं जानती थीं. राज्यपाल से मिलने भी नहीं गईं. वे हम पर चंद्रबाबू को भेजे गए खाने में जहर मिलाने का आरोप लगा रहे हैं. फ़ूड पॉइज़निंग, हत्याएं और मुर्गों की लड़ाई के चाकू वाले नाटक हमारे डीएनए में नहीं हैं. आइए चंद्रबाबू द्वारा दी गई संघर्ष की भावना के साथ आगे बढ़ें.'