चेन्नई : तमिलनाडु के कई क्षेत्रों में मानसूनी बारिश का कहर अब भी जारी है. राज्य में भारी बारिश के चलते दो दिनों में आठ लोगों की जान चली गई. चेन्नई के अधिकांश इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है. प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें राहत-बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.
भारी बारिश और बाढ़ से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है. राज्य के 20 से अधिक जिलों में भारी बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शनिवार को चेन्नई के जलमग्न क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए बड़े पंपों से पानी निकाले जाने की निगरानी की. राज्य में सामान्य से करीब 75 फीसद अधिक वर्षा हुई है.
मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 200 सालों में चेन्नई में चौथी बार 1,000 मिमी बारिश हुई है. इससे पहले नवंबर 1918 में 1,088 मिमी, अक्टूबर 2005 में 1,078 मिमी और नवंबर 2015 में 1,049 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. इस साल नवंबर में 1,003 मिमी बारिश दर्ज की गई.
इधर, राज्य में सोमवार सुबह तक भारी बारिश का अनुमान (rain alert in tamil nadu) जताया गया है. कन्याकुमारी और श्रीलंका के कुछ तटीय क्षेत्रों में बन रहे 'अपर वायुमंडलीय चक्रवात' के कारण कई जिलों भारी बारिश होने की संभावना है.
इनमें तिरुनेलवेली, तूतीकोरिन, कन्याकुमारी, सेंगलपट्टू, विलुप्पुरम, कुड्डालोर, कल्लाकुरिची, चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, मदुरै, थेनकासी, थेनी, डिंडीगल और डेल्टा जिले शामिल हैं.
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इसके अलावा पुड्डुचेरी, कराईकल और आसपास के कुछ क्षेत्रों में गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है. चेन्नई, तूतीकोरिन, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, सेंगलपट्टू, विलुपुरम, पुड्डुचेरी, कुडालूर, कराईकल, तंजावोर और थिरुवरुर में रेट अलर्ट जारी किया गया है.
भारी बारिश की आशंका के बीच कई जिलों में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी घोषित की गई है.
अधिकारियों ने बताया कि तिरूनेलवेली जैसे तमिलनाडु के उत्तरी एवं दक्षिणी हिस्सों में भारी वर्षा होने एवं 29 नवंबर की सुबह तक तट से सटे क्षेत्रों में वर्षा होने के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर 11,329 लोगों को 123 आश्रय स्थलों पर ठहराया गया है.
एनडीआरएफ की इकाइयां चेंगलपेट और कांचीपुरम जिलों में तैनात की गई हैं.