पठानमथिट्टा (केरल): तमिलनाडु की पांच सदस्यीय टीम ने केरल स्थित सबरीमाला के पास एक उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र पोन्नम्बलमेट में एक अवैध अनुष्ठान पूजा (पूजा) की, जहां मकरज्योति का प्रदर्शन किया जाता है. इस अवैध पूजा का वीडियो सामने आया है. अब इस घटना को लेकर में वन विभाग ने मामला दर्ज कर लिया है. पूजा तमिलनाडु के मूल निवासी नारायण स्वामी नाम के व्यक्ति के नेतृत्व में आयोजित की गई थी. मालूम हो कि वह सबरीमाला मंदिर के पुजारी के सहायक के तौर पर काम करता था.
यह तब सामने आया जब समूह ने पूजा का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया. वीडियो में, एक व्यक्ति को तमिल में यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पोन्नम्बलमेट में पूजा आयोजित की जा रही है, जहां नारायण स्वामी के नेतृत्व में सबरीमाला मकर ज्योति प्रकाशित है. देवस्वोम बोर्ड इस बात से भी हैरान है कि उच्च सुरक्षा वाले इलाके में पूजा होने के बावजूद किसी अधिकारी को इसकी भनक तक नहीं लगी. पोन्नम्बलमेट रन्नी वन प्रभाग के अंतर्गत एक क्षेत्र है.
यह सबरीमाला मंदिर से जुड़ा एक उच्च सुरक्षा वाला क्षेत्र है. यह वन विभाग की प्रत्यक्ष सुरक्षा जिम्मेदारी के तहत एक क्षेत्र है. यहां से सबरीमाला मंदिर देखा जा सकता है. देवस्वोम बोर्ड के अध्यक्ष ने डीजीपी और वन विभाग के प्रमुख से शिकायत कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी नारायणन पहले भी कई तरह की अनियमितताएं कर चुका है. इससे पहले उसे पुलिस ने सबरीमाला के मुख्य पुजारी के नाम वाली कार में यात्रा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
उसके खिलाफ कई शिकायतें हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि जब वह सबरीमाला के मुख्य पुजारी के सहायक के रूप में काम कर रहा था, तब उसने पूजा के लिए आने वाले भक्तों को फर्जी रसीदें देकर धोखा दिया. वहीं, पुलिस का कहना है कि विस्तृत जांच में वीडियो को फिल्माए जाने के तथ्य सहित अन्य विवरण स्पष्ट हो जाएंगे. वहीं दूसरी ओर नारायण स्वामी ने एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि पोन्नम्बलमेट में पूजा किए जाने का वीडियो प्रसारित करना गलत है. वहां पर पूजा नहीं की गई.