डिंडीगुल : तमिलनाडु में कोडाइकनाल एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है. यहां की प्राकृतिक सौंदर्य हो या सब्जियों की पैदावार, सभी लोकप्रिय हैं. विशेष रूप से आलू, लहसुन, बीन्स और गाजर सहित सब्जियों की खेती पहाड़ियों में की जाती है. कोडाइकनाल के आसपास के 50 से अधिक गांवों में यह मुख्य पेशा है. इस मामले में नंदकुमार (26) ने कोडाइकनाल में जैविक खेती की शुरुआत (youth in organic farming) कर कृषि में क्रांति लाई है.
नन्दकुमार यहां के वडाकौंजी गांव में कृषि भूमि लीज पर ली है और उसमें तरह-तरह की सब्जियों की जैविक खेती कर रहे हैं. नन्दकुमार एमबीए स्नातक हैं तथा उन्होंने कृषि में रुचि के कारण वड जैविक खेती करने की सोची. वह इसमें आलू और लहसुन सहित पहाड़ी सब्जियों की खेती कर रहे हैं और अन्य किसानों को भी इस ओर प्रोत्साहित कर रहे हैं. वह व्हाट्सएप्प ग्रुप को निवेश के तौर पर इस्तेमाल करते हुए बिना किसी बिचौलिए के कुरियर के जरिए ग्राहकों को सब्जियां उपलब्ध (organic farming in kodaikanal) कराते हैं. उनकी ताजी हरी सब्जियों के अलावा माउंटेन हनी को ग्राहकों के बीच अच्छा रिस्पॉन्स मिला है.
नन्दकुमार का ऐसा करने का उद्देश्य युवा किसानों को तैयार करना है, जो अगली पीढ़ी के लिए रोल मॉडल बन सकते हैं. जैविक खेती के अलावा नन्दकुमार पारंपारिक मिट्टी के बर्तनों का उपयोग और मिट्टी के घर में रहना पसंद करते हैं.
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