नई दिल्ली : रूसी विदेश मंत्रालय (russian foreign minisrty) ने दावा किया है कि तालिबान के साथ तनाव के बीच ताजिकिस्तान (Tajikistan) और अफगानिस्तान (Afganisthan) ने दोनों देशों की साझा सीमा पर सैनिकों की तैनाती की है. डीडब्ल्यू की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एलेक्सी जेयत्सेव ने कहा कि हम दोनों देशों के नेताओं द्वारा आपसी कठोर बयानों की पृष्ठभूमि के खिलाफ ताजिक-अफगान संबंधों (Tajik-Afghan relations) में बढ़ते तनाव को चिंता के साथ देखते हैं. दोनों पक्षों द्वारा आम सीमा पर सशस्त्र बलों की तैनाती के बारे में रिपोर्ट सामने आई है. अकेले सीमावर्ती (उत्तरी) अफगान प्रांत तखर में कई हजार विशेष बल इकाइयां तैनात की गई हैं.
जेयत्सेव ने कहा कि मॉस्को ने दुशांबे और काबुल से मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति को कम करने के लिए पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान खोजने का आह्वान किया.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि ताजिक राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन ने समूह पर मानवाधिकारों के हनन का आरोप लगाते हुए तालिबान सरकार को मान्यता देने से इनकार कर दिया है. ताजिकिस्तान को अफगानिस्तान के घरेलू मामलों से बाहर रहने की मांग करते हुए तालिबान नेतृत्व ने इस तरह की भावनाओं को सख्ती से खारिज कर दिया है.
गुरुवार को, लंबे समय तक ताजिक शासक रहमोन ने सीमा के पास एक सैन्य परेड की अध्यक्षता की. बल का प्रदर्शन एक दिन पहले सीमा के दूसरे हिस्से के पास इसी तरह की परेड के बाद हुआ.
ताजिकिस्तान अफगानिस्तान का एकमात्र पड़ोसी देश है जो तालिबान के सबसे कड़े आलोचक के रूप में उभर रहा है.
(आईएएनएस)