कोलकाता : बंगाल विधानसभा की कार्यवाही में जमकर हंगामा हुआ है. बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी और भाजपा नेताओं की कोषाध्यक्ष के तीखी-नोंकझोंक हुई है. इसके बाद भाजपा विधायकों ने विधानसभा का बहिष्कार किया और बाहर निकल गए.
यह खींचतान उस समय हुई जब सदन के पटल पर अधिकारी द्वारा पिछले चुनावों में नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री की हार का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नंदीग्राम के लोगों ने मुझे को हराकर चुना.
इसके बाद शुभेंदु अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने सदन में सीएम ममता बनर्जी की नंदीग्राम से हारने का मुद्दा उठाया, लेकिन स्पीकर ने कहा कि मामला विचाराधीन है. इसके बाद मैनें कहा कि तो मुझे यहां क्यों रहना चाहिए.
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इससे पहले ममता बनर्जी ने विधानसभा सत्र में एलान किया है कि लोगों ने खेला होबे को सराहा है. इस वजह से अब हम खेला होबे दिवस मनाएंगे.
बाद में सत्ता पक्ष ने सदन में विपक्ष के नेता की कार्रवाई की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया. राज्य के विधायी मामलों के मंत्री पार्थ चट्टोपाध्याय ने कहा कि अधिकारी की एक्शन से यह स्पष्ट है कि उन्हें विधायी व्यवहार के बारे में जानकारी नहीं है.
बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सदन के भीतर आतंकवाद की भाषा बोल रही है, मुझे बोलने नहीं दिया गया. सदन के भीतर तृणमूल कांग्रेस विपक्षी विधायकों पर हावी होने की कोशिश कर रही है.