कोलकाता/कालियागंज : पश्चिम बंगाल पुलिस पर उत्तरी दिनाजपुर जिले के कालियागंज में 33 वर्षीय भाजपा कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या करने का विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है. गौरतलब है कि कलियागंज में मंगलवार दोपहर में पुलिस बलों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई थी, जो बाद में हिंसा में बदल गया था. लोग एक नाबालिग लड़की के दुष्कर्म और हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे, जिसका शव 21 अप्रैल को बरामद किया गया था. बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि मंगलवार को वहां तनाव के लिए भाजपा समर्थित और बिहार से आने वाले गुंडे जिम्मेदार थे.
गुरुवार को अधिकारी ने ट्वीट के माध्यम से आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ता और 33 वर्षीय मृत्युंजय बर्मन की गोली मारकर हत्या कर दी गई. नेता प्रतिपक्ष ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया है कि पुलिस ने भाजपा पंचायत समिति सदस्य बिष्णु बर्मन के घर आधी रात ढाई बजे छापा मारा, लेकिन वह वहां नहीं मिला. उनके मुताबिक, छापेमारी के दौरान पुलिस ने रवींद्रनाथ बर्मन के बेटे मृत्युंजय बर्मन को गोली मार दी. उन्होंने ट्विट किया, 'यह अत्याचार और राज्य का आतंक है और ममता बनर्जी सम्राट नीरो की तरह व्यवहार कर रही हैं.'
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उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता बनर्जी ने कालियागंज के लोगों के खिलाफ युद्ध की घोषणा की और पुलिस ने उनका अनुपालन किया. उन्होंने यह भी ट्वीट किया, 'उन्हें राज्य द्वारा इस नृशंस हत्या की जिम्मेदारी लेनी होगी. लोगों को इस तरह की आंतरिक हिंसा और रक्तपात के खिलाफ आवाज उठाकर लोकतांत्रिक तरीके से उठना चाहिए.' खबर लिखे जाने तक न तो राज्य प्रशासन की ओर से और न ही सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया आई थी.
आला अधिकारियों ने आरोपों का किया खंडन
रायगंज पुलिस अधीक्षक सना अख्तर ने कालियागंज में एक युवक की मौत के मामले में पुलिस द्वारा गोली चलाने के आरोपों को मानने से इंकार कर दिया. गुरुवार तड़के पुलिस ने कलियागंज के राधिकापुर ग्राम पंचायत के चंदगांव गांव में छापा मारा था. छापेमारी के दौरान ग्रामीणों को पुलिस ने पीटा था. कई ग्रामीणों को हिरासत में लिया भी गया था. आरोप है कि पुलिस कार्रवाई का विरोध करने पर पुलिस ने मृत्युंजय बर्मन पर गोली चलाई. ग्रामीणों ने पुलिस के कारतूस का खोखा बरामद किया है. हालांकि, रायगंज जिला पुलिस अधीक्षक शिकायत को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. इस घटना के बाद से अबतक किसी राजनीतिक दल ने गांव का दौरा नहीं किया है. स्थिति से निपटने के लिए कालियागंज बीडीओ कार्यालय का मुख्य गेट बंद कर दिया गया है. अनुविभागीय दंडाधिकारी किंगशुक मैती पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. कई बार फोन करने के बाद रायगंज पुलिस अधीक्षक जिला मोहम्मद सना अख्तर ने बताया कि इस घटना की पुलिस जांच कर रही है. उन्होंने इतना कहकर कि केवल दावे से काम नहीं चलता. असली घटना शव के पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगी, फोन काट दिया.
(एजेंसी-इनपुट)