ETV Bharat / bharat

निलंबित सांसद अखिलेश सिंह का माफी मांगने से इनकार, कहा- किसानों और जनहित के मुद्दों को संसद में उठाना क्या गुनाह है? - Akhilesh Singh Refused to Apologise

संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबित कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने माफी मांगने से इनकार किया (Akhilesh Singh Refused to Apologise) है. उन्होंने साफ कहा कि चाहे उनकी सदस्यता चली जाए, लेकिन माफी नहीं मांगेंगे. वे आगे भी किसानों के मुद्दे उठाते रहेंगे.

Akhilesh Singh
Akhilesh Singh
author img

By

Published : Dec 21, 2021, 6:40 PM IST

नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह (Congress MP Akhilesh Singh) ने कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र 2 दिनों में समाप्त होने वाला है, लेकिन अब तक 12 राज्यसभा सांसदों का संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबन (Suspension From Winter Session of Parliament) वापस नहीं लिया गया है. यह बेहद दुखद है. उन्होंने कहा कि हम लोगों के खिलाफ साजिश की गई है. केंद्र सरकार खुद चाहती है कि संसद नहीं चले.

अखिलेश सिंह ने कहा कि किसानों और जनहित के मुद्दों को संसद में उठाना क्या गुनाह है? सांसद का काम ही होता है जनहित के मुद्दों को उठाना. हम लोग यही कर रहे थे और इसके लिए हम लोगों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. मोदी सरकार तानाशाह की तरह काम कर रही है. उन्होंने फिर दोहराया कि वे माफी कभी नहीं मांगेंगे. चाहे संसद की सदस्यता भी चली जाए, क्योंकि हम लोगों ने कोई गुनाह नहीं किया है. किसानों के मुद्दे को संसद में उठा रहे थे.

निलंबित कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह से बातचीत.

आपको बताएं कि संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में ही कुल राज्यसभा के 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. जिसमें कांग्रेस के छह, शिवसेना-टीएमसी के 2-2 और वाम दल के सांसद भी शामिल हैं. मॉनसून सत्र में अनुशासनहीनता का आरोप इन सांसदों पर लगा था. इन सांसदों पर आरोप है कि मॉनसून सत्र में इन लोगों ने किसान आंदोलन, कृषि कानूनों एवं अन्य मुद्दों के बहाने राज्यसभा में खूब हंगामा मचाया था. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पर कागज फेंका था और सदन के कर्मचारियों के सामने रखी टेबल पर चढ़ गए थे. मर्शलों से मारपीट का भी आरोप लगा था. इन सांसदों पर कार्रवाई की मांग की गई थी. मामला 11 अगस्त का है.

ये भी पढ़ें: मांझी पर भड़के बीजेपी विधायक, कहा- ब्राह्मणों पर विवादित बयान बर्दाश्त नहीं, दर्ज होनी चाहिए FIR

शीतकालीन सत्र के आरंभ में इन सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. तब से हर दिन यह सभी निलंबित सांसद संसद में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर एकजुट हैं और सरकार से निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं. वहीं, सरकार की तरफ से कहा गया था कि अगर यह लोग माफी मांग लें तो निलंबन वापस हो सकता है लेकिन अखिलेश सिंह ने साफ कर दिया कि माफी नहीं मांगेंगे. सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा में लगातार हंगामा होता रहा और सदन की कार्यवाही भी बाधित होती रही है.

नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह (Congress MP Akhilesh Singh) ने कहा कि संसद का शीतकालीन सत्र 2 दिनों में समाप्त होने वाला है, लेकिन अब तक 12 राज्यसभा सांसदों का संसद के शीतकालीन सत्र से निलंबन (Suspension From Winter Session of Parliament) वापस नहीं लिया गया है. यह बेहद दुखद है. उन्होंने कहा कि हम लोगों के खिलाफ साजिश की गई है. केंद्र सरकार खुद चाहती है कि संसद नहीं चले.

अखिलेश सिंह ने कहा कि किसानों और जनहित के मुद्दों को संसद में उठाना क्या गुनाह है? सांसद का काम ही होता है जनहित के मुद्दों को उठाना. हम लोग यही कर रहे थे और इसके लिए हम लोगों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया. मोदी सरकार तानाशाह की तरह काम कर रही है. उन्होंने फिर दोहराया कि वे माफी कभी नहीं मांगेंगे. चाहे संसद की सदस्यता भी चली जाए, क्योंकि हम लोगों ने कोई गुनाह नहीं किया है. किसानों के मुद्दे को संसद में उठा रहे थे.

निलंबित कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह से बातचीत.

आपको बताएं कि संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत में ही कुल राज्यसभा के 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. जिसमें कांग्रेस के छह, शिवसेना-टीएमसी के 2-2 और वाम दल के सांसद भी शामिल हैं. मॉनसून सत्र में अनुशासनहीनता का आरोप इन सांसदों पर लगा था. इन सांसदों पर आरोप है कि मॉनसून सत्र में इन लोगों ने किसान आंदोलन, कृषि कानूनों एवं अन्य मुद्दों के बहाने राज्यसभा में खूब हंगामा मचाया था. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश पर कागज फेंका था और सदन के कर्मचारियों के सामने रखी टेबल पर चढ़ गए थे. मर्शलों से मारपीट का भी आरोप लगा था. इन सांसदों पर कार्रवाई की मांग की गई थी. मामला 11 अगस्त का है.

ये भी पढ़ें: मांझी पर भड़के बीजेपी विधायक, कहा- ब्राह्मणों पर विवादित बयान बर्दाश्त नहीं, दर्ज होनी चाहिए FIR

शीतकालीन सत्र के आरंभ में इन सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. तब से हर दिन यह सभी निलंबित सांसद संसद में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर रहे हैं. पूरा विपक्ष इस मुद्दे पर एकजुट हैं और सरकार से निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं. वहीं, सरकार की तरफ से कहा गया था कि अगर यह लोग माफी मांग लें तो निलंबन वापस हो सकता है लेकिन अखिलेश सिंह ने साफ कर दिया कि माफी नहीं मांगेंगे. सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर राज्यसभा में लगातार हंगामा होता रहा और सदन की कार्यवाही भी बाधित होती रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.