नई दिल्ली : सुषमा स्वराज की 67वीं जयंती आज है. सुषमा ने बतौर विदेश मंत्री एक कैंपेन वाक्य शुरू किया था जो काफी मशहूर भी हुआ था. उन्होंने कहा था, 'परदेश में आपका दोस्त, भारतीय दूतावास.' बता दें कि सुषमा के कार्यकाल में पाकिस्तान से गीता और भारतीय मूल की उजमा को वापस लाया गया था. इस घटना के बाद उजमा काफी भावुक हुईं थीं. गीता आज भी अपने परिवार की तलाश में हैं.
इस मौके पर उनके स्वभाव के किस्सों को याद किया जा रहा है. उनके पति स्वराज कौशल ने बेटी बांसुरी स्वराज के ट्वीट को रीट्वीट कर सुषमा को याद किया. बेटी बांसुरी स्वराज ने अपने ट्वीट में भावुक संदेश लिखा.
बांसुरी ने लिखा, 'हैप्पी बर्थ डे माँ...केक अब फीका लगता है. स्नेह और करुणा का मानवीय रूप हैं सुषमा स्वराज.' उन्होंने आम लोगों का आह्वान करते हुए लिखा कि आइए हम सब आज किसी की मदद करें और माँ का जन्मदिन साथ मनाएं.
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इसके अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी सुषमा स्वराज को याद किया. जावड़ेकर ने अपने ट्वीट में लिखा कि आज पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जयंती पर उन्हें सादर नमन. जावड़ेकर ने सुषमा को गतिशील नेता और उत्कृष्ट मंत्री करार दिया.
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी सुषमा को किया याद
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी सुषमा से जुड़ी स्मृतियों के साथ उन्हें याद किया
पूर्व सांसद कुलदीप विश्नोई ने पुरानी तस्वीरों के साथ सुषमा को किया याद
त्रिपुरा से आने वालीं भाजपा नेता प्रतिमा भौमिक का ट्वीट
सुषमा स्वराज की जयंती पर पर्यटन राज्यमंत्री पीएस रॉय का ट्वीट
सुषमा स्वराज की जयंती पर सोनाली जेटली बख्शी का ट्वीट
सुषमा स्वराज की जयंती पर भाजपा नेता बी श्रीरामुलु का ट्वीट
सुषमा स्वराज की जयंती पर केंद्रीय राज्य मंत्री सोम प्रकाश का ट्वीट
सुषमा स्वराज की जयंती पर बीएस येदियुरप्पा का ट्वीट
बता दें कि सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी, 1952 को अंबाला कैंट में हुआ था. पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने सुषमा के सम्मान में 'प्रवासी भारतीय केंद्र' का नाम बदल कर 'सुषमा स्वराज भवन' कर दिया था.
इसके अलावा विदेश सेवा संस्थान का नाम बदलकर सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस कर दिया गया है. ये दोनों संस्थान राष्ट्रीय राजधानी में स्थित हैं.
2019 में हुआ निधन
सुषमा स्वराज का निधन 6 अगस्त, 2019 को हुआ था. उनके निधन के बाद ईटीवी भारत ने सुषमा को विनम्र श्रद्धांजलि दी थी. सुषमा ने एसडी कॉलेज अम्बाला कैंट से बीए करने के बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से लॉ की पढ़ाई की थी.
पहली महिला सीएम होने का गौरव
गौरतलब है कि अपनी बीमारी की वजह से ही उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव से खुद को अलग रखा था. इससे पहले साल 2014 में उन्हें विदेश मंत्रालय का प्रभार मिला था. भाजपा के शासन के दौरान सुषमा दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रहीं. उन्हें दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ था.