नई दिल्ली: भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने न्यायालय कक्ष से सर्वोच्च न्यायालय के न्यूट्रल साइटेशन को लॉन्च किया है. उन्होंने कहा कि यह सर्वोच्च न्यायालय के सभी 30 हजार निर्णयों के लिए है. CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि पहली किश्त 2014 से 1 जनवरी, 2023 तक है और दूसरी किश्त 1950 से 2013 तक होगी.
सीजेआई ने कहा कि अदालत भी सभी निर्णयों का अनुवाद करेगी और मशीन टूल्स का उपयोग कर रही है, जिसे जिला न्यायाधीशों की टीम द्वारा सत्यापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 'हम निर्णयों का अनुवाद करने के लिए मशीन लर्निंग टूल्स का उपयोग कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के 2,900 फैसलों का अब तक अनुवाद किया जा चुका है. हमने जिला न्यायाधीशों से निर्णयों के मशीन लर्निंग अनुवादों की जांच करने को भी कहा है.
उन्होंने कहा कि कभी-कभी अनुवाद मुश्किल हो सकता है क्योंकि उदाहरण के लिए अगर हम कहते हैं कि अनुमति दी गई है, तो इसका शाब्दिक अर्थ 'अवकाश प्राप्त हो गया' हो सकता है. इसलिए कानून शोधकर्ताओं और जिला अदालतों की एक टीम सहायता कर रही है. सीजेआई ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय सभी को धन देगा.
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पिछले साल नवंबर में, शीर्ष अदालत ने शीर्ष अदालत के फैसलों का एक समान और अनूठा उद्धरण विकसित करने के लिए उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया था. दिल्ली, केरल और मद्रास के उच्च न्यायालयों ने पहले ही अपने निर्णयों के लिए न्यूट्रल साइटेशन पेश कर दिए हैं.