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बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवातों में आई कमी

भारतीय उपमहाद्वीप दुनिया में चक्रवातों से सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक है. अधिकांश चक्रवात बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उत्पन्न होते हैं और भारत के पूर्वी तट को अपनी चपेट में ले लेते हैं. हालांकि, नए अध्ययन के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बनने वाले चक्रवातों में कमी आई है.

Study on cyclones
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Published : Mar 15, 2021, 9:39 PM IST

हैदराबाद : भारतीय उपमहाद्वीप दुनिया में चक्रवातों से सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक है. अधिकांश चक्रवात बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उत्पन्न होते हैं और भारत के पूर्वी तट को अपनी चपेट में ले लेते हैं.

सालबंगाल की खाड़ी और अरब सागर पर बने चक्रवातों की कुल संख्याभारतीय तट पर भूस्खलन लाने वाले चक्रवातों की संख्यामौतों की संख्या
202054113
201982105
201873131
201730 *
2016416

* बहुत गंभीर ओखी चक्रवात तट से टकराया, लेकिन तट को पार नहीं कर पाया. हालांकि, चक्रवात में समुद्र में मौजूद 200 से अधिक मछुआरों की मौत हो गई थी.

  • 1965- 2020 के दौरान किए गए अध्ययन के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर साइक्लोनिक स्टॉर्म के गठन की आवृत्ति में कमी और अरब सागर पर बढ़ती प्रवत्ति को दर्शाता है.
  • अति गंभीर चक्रवातों की श्रेणियों के लिए तटीय भेद्यता बंगाल की खाड़ी में अधिक है, क्योंकि अति गंभीर चक्रवाती तूफान (ESCS) की आवृत्ति में कोई महत्वपूर्ण प्रवृत्ति नहीं है. दूसरी ओर, अरब सागर के ऊपर आवृत्ति में वृद्धि ने पश्चिमी तट के साथ तटीय भेद्यता में कोई वृद्धि नहीं की है, क्योंकि अरब सागर पर बनने वाले ऐसे अधिकांश चक्रवातों से ओमान, यमन आदि के तटों पर भूस्खलन हो रहे हैं और इसलिए गुजरात और महाराष्ट्र के तटों के लिए खतरा समान है.
  • बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगे उत्तर हिंद महासागर पर बनने वाले पांच चक्रवातों में से औसतन 3 से 4 में जान-माल की हानि होती है. नीचले तटीय इलाके जैसे पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी इन चक्रवातों से ज्यादा प्रभावित हैं.
  • पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा प्रारंभिक चेतावनी में सुधार और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के लिए प्रभावी शमन उपायों और प्रतिक्रिया कार्यों के परिणामस्वरूप चक्रवातों के कारण होने वाली मौतों की संख्या में काफी कमी आई है.

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोक सभा के वर्तमान बजट सत्र में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी.

हैदराबाद : भारतीय उपमहाद्वीप दुनिया में चक्रवातों से सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक है. अधिकांश चक्रवात बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उत्पन्न होते हैं और भारत के पूर्वी तट को अपनी चपेट में ले लेते हैं.

सालबंगाल की खाड़ी और अरब सागर पर बने चक्रवातों की कुल संख्याभारतीय तट पर भूस्खलन लाने वाले चक्रवातों की संख्यामौतों की संख्या
202054113
201982105
201873131
201730 *
2016416

* बहुत गंभीर ओखी चक्रवात तट से टकराया, लेकिन तट को पार नहीं कर पाया. हालांकि, चक्रवात में समुद्र में मौजूद 200 से अधिक मछुआरों की मौत हो गई थी.

  • 1965- 2020 के दौरान किए गए अध्ययन के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर साइक्लोनिक स्टॉर्म के गठन की आवृत्ति में कमी और अरब सागर पर बढ़ती प्रवत्ति को दर्शाता है.
  • अति गंभीर चक्रवातों की श्रेणियों के लिए तटीय भेद्यता बंगाल की खाड़ी में अधिक है, क्योंकि अति गंभीर चक्रवाती तूफान (ESCS) की आवृत्ति में कोई महत्वपूर्ण प्रवृत्ति नहीं है. दूसरी ओर, अरब सागर के ऊपर आवृत्ति में वृद्धि ने पश्चिमी तट के साथ तटीय भेद्यता में कोई वृद्धि नहीं की है, क्योंकि अरब सागर पर बनने वाले ऐसे अधिकांश चक्रवातों से ओमान, यमन आदि के तटों पर भूस्खलन हो रहे हैं और इसलिए गुजरात और महाराष्ट्र के तटों के लिए खतरा समान है.
  • बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगे उत्तर हिंद महासागर पर बनने वाले पांच चक्रवातों में से औसतन 3 से 4 में जान-माल की हानि होती है. नीचले तटीय इलाके जैसे पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी इन चक्रवातों से ज्यादा प्रभावित हैं.
  • पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा प्रारंभिक चेतावनी में सुधार और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के लिए प्रभावी शमन उपायों और प्रतिक्रिया कार्यों के परिणामस्वरूप चक्रवातों के कारण होने वाली मौतों की संख्या में काफी कमी आई है.

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने लोक सभा के वर्तमान बजट सत्र में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी.

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