हरिद्वार (उत्तराखंड): धर्मनगरी हरिद्वार में कुछ दिनों बाद कांवड़ मेला शुरू होने जा रहा है. कांवड़ मेले में करोड़ों शिवभक्त हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचते हैं. ऐसे में सरकार और प्रशासन कांवड़ मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा की तैयारियों में जुटा है. मगर इस बीच हरिद्वार से कुछ ऐसी तसवीरें सामने आई हैं जिन्होंने प्रशासन की नींद उड़ा दी हैं. कांवड़ मेले से पहले हरिद्वार में आवारा पशुओं का आतंक देखने को मिला है. ये आतंक इतना भयावह है कि इसे देखकर आपके रोंगेटे खड़े हो जाएंगे.
आवारा सांड ने बच्चे को बुरी तरह रौंदा: मामला हरिद्वार कनखल स्थित अलंकार विहार का है, जहां के सीसीटीवी कैमरे में आवारा पशुओं का आतंक कैद हुआ है. सीसीटीवी फुटेज में एक छोटा मासूम स्कूल बैग लटकाए जाता दिख रहा है. वहीं, आसपास कुछ आवारा जानवर घूमते दिखाई दे रहे हैं. कुछ ही देर बाद एक आवारा जानवर मासूम पर हमला बोल दिया है. ये हमला इतना खतरनाक है की इसे देखकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. वीडियो में आवारा जानवर बच्चे को सींगों और लातों से मार रहा है. इसी बीच बच्चे को बचाने आये एक व्यक्ति पर भी जानवरों का झुंड हमला कर देता है. इस हमले में यह युवक भी गंभीर रूप से घायल हो गया.
27 जून का है मामला: बताया जा रहा है कि हरिद्वार के कनखल स्थित अलंकार विहार में दोपहर लगभग 12 बजे जब व्योम नाम का ये बच्चा ट्यूशन पढ़ने जा रहा था. तभी पीछे से आ रहे जानवरों के झुंड ने उस बच्चे पर हमला कर दिया. यह हमला इतना तेज था कि आसपास के लोग भी कुछ समझ नहीं पाए. इस बीच पास में रहने वाले आशीष ने बच्चे को बचाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि बच्चे को बचाने के चक्कर में उनके ऊपर भी यह जानवर हमला कर देंगे. इस घटना में सांड ने उन्हें भी बुरी तरह से घायल कर दिया.
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अस्पताल से मिली छुट्टी: आशीष को बचाने के लिए आए एक बुजुर्ग को भी सांड ने बहुत दूर जाकर फेंका. काफी देर तक चले इस घटनाक्रम में व्योम और आशीष गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तत्काल प्रभाव से अस्पताल ले जाया गया. दोनों को आज सुबह अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. हरिद्वार में हुई इस घटना के बाद आसपास के लोगों में काफी रोष है.
थाने में दी शिकायत: घायल आशीष के परिजनों ने मामले की शिकायत संबंधित थाने में की है, जिसके बाद पुलिस ने पशुओं के मालिकों के बुलाकर पूछताछ की है. हरिद्वार की सड़कों और हाईवे पर ऐसे ही कई आवारा जानवर बैठे रहते हैं. इन रास्तों से लोग हर रोज सफर करते हैं. आने वाले कुछ दिनों में हरिद्वार में कांवड़ यात्रा, मेला शुरू होने जा रहा है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर यह जानवर भीड़ में किसी दिन इस तरह की घटना को अंजाम देंगे तो क्या होगा? मामला गंभीर है, लिहाजा नगर निगम और जिला प्रशासन को इस मामले में गंभीरता से सोचना चाहिए. आवारा पशुओं को ना केवल सड़कों से हटाने बल्कि गली मोहल्लों और कस्बों में घूम रहे उत्पाती जानवरों पर भी एक्शन के लिए प्लान बनाने की जरूरत है.