उन्नाव : कानपुर में हुए बिकरू कांड के बाद भी उत्तर प्रदेश पुलिस सीखने का नाम नहीं ले रही है. उन्नाव में विगत दिन ग्रामीणों व पुलिस के बीच हुए पथराव में उन्नाव पुलिस को अपना बचाव करने के लिए स्टूल व टोकरी का प्रयोग करना पड़ा.
जिससे पत्थर उनको किसी प्रकार की चोट न पहुंचाए. वही पुलिस कर्मियों के द्वारा टोकरी वाली स्टूल का इस्तेमाल कर खुद को बचाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. वही इस वीडियो और तस्वीरों का संज्ञान लेते हुए उच्चाधिकारियों ने दो पुलिसकर्मियों सहित कोतवाली इंचार्ज व चौकी इंचार्ज को निलंबित करते हुए मौके पर मौजूद अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है.
क्या था पूरा मामला
उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित देवी खेड़ा के रहने वाले राजेश व विपिन की सदर कोतवाली क्षेत्र की मगरवारा चौकी के पास सड़क हादसे में मौत हो गई थी. बुधवार को एक बार फिर मृतकों के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ उन्नाव-शुक्लागंज राजधानी मार्ग पर अकरमपुर में रास्ता जाम कर दिया. जाम की सूचना पर एसडीएम सदर सत्यप्रिय सिंह, सीओ सिटी व पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे.
तभी भीड़ में शामिल युवकों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके बचाव में पहले से बिना किसी पूर्व तैयारी के आई उन्नाव पुलिस ने अपने बचाव के लिए स्टूल व टोकरी का सहारा लेकर खुद को ग्रामीणों की तरफ से आ रहे पत्थरों से बचाया. पथराव में 15 से अधिक महिला व पुरुष पुलिसकर्मी घायल हो गए.
स्टूल व टोकरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
वहीं इस वीडियो और तस्वीरों को संज्ञान में लेते हुए उच्चाधिकारियों ने सदर कोतवाली इंचार्ज दिनेश चंद्र मिश्रा, चौकी इंचार्ज अखिलेश यादव और दो पुलिसकर्मी रामआसरे यादव व विजय भाटी को निलंबित करते हुए मौके पर मौजूद सीओ सिटी व अन्य अधिकारियों से जवाब तलब करते हुए स्पष्टीकरण तलब किया है.
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सीओ से भी मांगा स्पष्टीकरण
उन्नाव एसपी ने एडिशनल एसपी शशिशेखर सिंह से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही आईजी लक्ष्मी सिंह ने एडिशनल एसपी, रायबरेली को पूरे मामले की जांच सौंपी है. इस मामले में सीओ सिटी उन्नाव कृपाशंकर सिंह से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है, जबकि चौकी प्रभारी मगरवारा अखिलेश यादव को सस्पेंड किया गया है.