कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी (partha chatterjee) के रिश्तेदार और करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) भर्ती अनियमितताओं के घोटाले में प्रमुख बिचौलिया प्रसन्ना रॉय (prasanna roy) को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. प्रसन्ना को 5 सितम्बर तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया है. सूत्रों ने बताया कि संबंध से रॉय चटर्जी की एक भतीजी का पति है.
पार्थ चटर्जी राज्य में 34 साल के वाम मोर्चा शासन के बाद राज्य में तृणमूल सरकार के सत्ता में आने के पूरे तीन साल बाद 2014 में राज्य के शिक्षा मंत्री बने थे. वहीं पार्थ चटर्जी के शिक्षा मंत्री के रूप में राज्य का कार्यभार संभालने के दो साल बाद, उनके दूर के दामाद प्रसन्ना रॉय ने 200 बीघा जमीन 15 करोड़ रुपये में खरीदी. बता दें कि इससे पहले प्रसन्ना पेंट वर्कर थे और नारकेलडांगा मेन रोड पर एक झोपड़ी में रहते थे. सीबीआई अधिकारियों के अनुसार प्रसन्ना ने जांचकर्ताओं को बताया कि प्रसन्ना ने शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के नाम पर बाजार मूल्य की तुलना में काफी कम कीमत पर विशेष जमीन बेचने के लिए मजबूर किया.
इतना ही नहीं प्रसन्ना रॉय की राजारहाट में न केवल 15 बीघा जमीन है बल्कि दार्जिलिंग, उत्तराखंड, दीघा, बांगुर एवेन्यू, लेकटाउन और हावड़ा के ग्रामीण इलाकों में कई होटल और रिसॉर्ट हैं. सीबीआई के अधिकारी इस बात से हैरान हैं कि कोई व्यक्ति इतने कम समय में करोड़ों रुपये के साम्राज्य का मालिक कैसे बन सकता है. कथित तौर पर, 2014 के बाद से जब पार्थ चटर्जी ने शिक्षा मंत्री के रूप में पदभार संभाला था, तभी से राज्य में शिक्षा मंत्रालय में भ्रष्टाचार शुरू हो गया था. वहीं न केवल प्रसन्ना रॉय बल्कि पूर्व शिक्षा मंत्री के कई अन्य रिश्तेदार इस शिक्षा नौकरी भ्रष्टाचार मामले में शामिल हैं.
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