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भारत-तिब्बत बॉर्डर पर अंतिम गांव छितकुल ने ओढ़ी बर्फ की चादर, पाइप में जमने लगा पानी

भारत- तिब्बत बॉर्डर पर देश का अंतिम गांव छितकुल बर्फबारी के चलते पूरी तरह से सफेद चादर में लिपट गया है. यहां अब पानी पाइप में जमने के कारण लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. (Snowfall in Kinnaur)

छितकुल ने ओढ़ी बर्फ की चादर
छितकुल ने ओढ़ी बर्फ की चादर
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Published : Nov 15, 2022, 12:58 PM IST

Updated : Nov 15, 2022, 3:43 PM IST

किन्नौर: देश के अंतिम गांव छितकुल में 2 दिनो बर्फबारी हुई है. छितकुल में बर्फबारी होने के कारण तापमान शून्य से नीचे चला गया और पीने के पानी जमने लगा है. वही, ठंड के चलते लोगों ने अब घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है. (Snowfall in country last village Chitkul).

छितकुल ने ओढ़ी बर्फ की चादर: बर्फबारी के चलते छितकुल गांव पूरी तरह से बर्फ की चादर में लिपट गया है. पर्यटकों की आमद इस इलाके में बढ़ रही, लेकिन सड़कों पर फिसलन होने के कारण फिलहाल पर्यटकों को छितकुल की तरफ आने-जाने जाने पर प्रशासन ने पाबंदी लगा दी है. (Bad weather today in Himachal)(Snowfall in Himachal)(water problem in kinnaur)..

छितकुल ने ओढ़ी बर्फ की चादर

आज आसमान में बादलों को डेरा: छितकुल गांव में 2 दिनो से बर्फबारी के बाद आज बर्फबारी का दौर थम चूका है, लेकिन आसमान में हल्के- हल्के बादलों का डेरा है. वहीं, बर्फबारी का दौर थमने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली ओर अब ग्रामीण ने घरेलू कामों को दोबारा शुरू किया है, लेकिन छितकुल में बर्फबारी के बाद खेती बाड़ी के काम फिलहाल प्रभावित हो गए हैं. पहाड़ियों पर बर्फबारी के चलते ट्रेकिंग पर पूर्व में ही किन्नौर प्रशासन ने डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत प्रतिबंध लगा रखा है.(Bad weather in kinnaur).

पीने के पानी की समस्या: बता दें कि किन्नौर जिले के आसरंग, कुनो चारंग, कल्पा व छितकुल में बर्फबारी के बाद तापमान शून्य से नीचे चला गया है, लेकिन अब इन ग्रामीण क्षेत्रों मे पीने के पानी की समस्याएं भी बढ़ने लगी हैं, क्योंकि तापमान शून्य से नीचे जाने के बाद पीने के पानी के पाईपों में पानी ने जमना शुरू कर दिया है. जिसके चलते लोगों को पीने का पानी कई किलोमीटर दूर जाकर प्राकृतिक जलस्त्रोतो से भरने पर मजबूर रहना पड़ता है. बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज तक प्रदेश में मौसम खराब रहने की बात कही है.

ये भी पढ़ें: 'सफेद सुनामी' की जद में जनजातीय उपमंडल पांगी, भरमौर के ऊंचाई वाले गांवों में भी हिमपात

किन्नौर: देश के अंतिम गांव छितकुल में 2 दिनो बर्फबारी हुई है. छितकुल में बर्फबारी होने के कारण तापमान शून्य से नीचे चला गया और पीने के पानी जमने लगा है. वही, ठंड के चलते लोगों ने अब घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है. (Snowfall in country last village Chitkul).

छितकुल ने ओढ़ी बर्फ की चादर: बर्फबारी के चलते छितकुल गांव पूरी तरह से बर्फ की चादर में लिपट गया है. पर्यटकों की आमद इस इलाके में बढ़ रही, लेकिन सड़कों पर फिसलन होने के कारण फिलहाल पर्यटकों को छितकुल की तरफ आने-जाने जाने पर प्रशासन ने पाबंदी लगा दी है. (Bad weather today in Himachal)(Snowfall in Himachal)(water problem in kinnaur)..

छितकुल ने ओढ़ी बर्फ की चादर

आज आसमान में बादलों को डेरा: छितकुल गांव में 2 दिनो से बर्फबारी के बाद आज बर्फबारी का दौर थम चूका है, लेकिन आसमान में हल्के- हल्के बादलों का डेरा है. वहीं, बर्फबारी का दौर थमने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली ओर अब ग्रामीण ने घरेलू कामों को दोबारा शुरू किया है, लेकिन छितकुल में बर्फबारी के बाद खेती बाड़ी के काम फिलहाल प्रभावित हो गए हैं. पहाड़ियों पर बर्फबारी के चलते ट्रेकिंग पर पूर्व में ही किन्नौर प्रशासन ने डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत प्रतिबंध लगा रखा है.(Bad weather in kinnaur).

पीने के पानी की समस्या: बता दें कि किन्नौर जिले के आसरंग, कुनो चारंग, कल्पा व छितकुल में बर्फबारी के बाद तापमान शून्य से नीचे चला गया है, लेकिन अब इन ग्रामीण क्षेत्रों मे पीने के पानी की समस्याएं भी बढ़ने लगी हैं, क्योंकि तापमान शून्य से नीचे जाने के बाद पीने के पानी के पाईपों में पानी ने जमना शुरू कर दिया है. जिसके चलते लोगों को पीने का पानी कई किलोमीटर दूर जाकर प्राकृतिक जलस्त्रोतो से भरने पर मजबूर रहना पड़ता है. बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज तक प्रदेश में मौसम खराब रहने की बात कही है.

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Last Updated : Nov 15, 2022, 3:43 PM IST
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