ETV Bharat / bharat

Watch Video : बिहार में नागपंचमी पर निभाई जाती है अनोखी परंपरा.. सांप का लगता है मेला

author img

By

Published : Jul 7, 2023, 7:45 PM IST

Updated : Jul 7, 2023, 8:16 PM IST

बेगूसराय में नागपंचमी पर सांपों का मेला आकर्षण का केंद्र बन गया है. यहां बलान नदी से सांपों को पकड़कर उसकी प्रदर्शनी लगाई जाती है. यह परंपरा काफी पुरानी है. पढ़ें पूरी खबर..

Snake fair Etv Bharat
Snake fair Etv Bharat
देखें रिपोर्ट.

बेगूसराय : बिहार में आज नागपंचमी का पर्व मनाया गया. मंदिरों में, घरों में, विषहरी स्थान और पिंडियों पर अलग-अलग जगह नाग देवता की पूजा शुक्रवार को की गई. वहीं सभी जगहों से अलग बेगूसराय में नाग देवता को खुश करने के लिए अनोखे अंदाज में नागपंचमी मनाई गई.सालों पुराने रिवाज के अनुसार सांपों को पकड़कर उसकी प्रदर्शनी लगाई गई. यह सांप का मेला जिले के मंसूरचक प्रखंड में लगाया गया.

ये भी पढ़ें : VIDEO: नागपंचमी पर सांपों का मेला, यहां लोग डरते नहीं बल्कि पकड़कर करते हैं खेला

सालों पुरानी है सांप पकड़ने की परंपरा : नागपंचमी के मौके पर मंसूरचक प्रखंड के समसा दो पंचयात के आगापुर गांव में एक परंपरा सालों से चली आ रही है. इस परंपरा के अनुसार लोग आज के दिन नदी से सांप पकड़ते हैं. आस्था से जुड़े इस परंपरा को देखने के लिए दूरदराज से लोग आगापुर गांव पहुंचते हैं. इस मौके पर लोग बालान नदी में सैकड़ों सांप को पकड़ने में जुटे रहते हैं. यह रिवाज आसपास के इलाके के लिए आकर्षण का केंद्र होता है.

"सांप से डर नहीं लगता है. यह रिवाज सालों से जारी है. पहले हमलोगों के दादा और पिता जी यहां बलान नदी से नाग पंचमी के दिन सांप पकड़कर उसका मेला लगाते थे. अब इसी रिवाज को आगे बढ़ाते हुए हमलोग नदी से सांप पकड़ते हैं और उसकी प्रदर्शनी और मेला लगाते हैं." - भगत

नदी से सांप निकालते लोग
नदी से सांप निकालते लोग

बिना किसी डर के सांप के साथ खेलते हैं लोग : इस परंपरा को स्थानीय लोग मां भगवती की कृपा मानते हैं. सांप पकड़ने के बाद लोग इसके साथ बड़े आराम से खेलते हैं और इसका प्रदर्शन करते हैं. वहीं देखने वालों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. शुक्रवार को भी इस नजारे को देखने के लिए हजारों की भीड़ आगपुर गांव में जमा हुई थी. ढोल मंजीरे के साथ झूमते-गाते छोटे हो या बड़े हर कोई सांपों को बिना किसी डर के पकड़ रहा था और उनसे खेलता दिखा. इसमे छोटे बड़े कई प्रकार के विषैले सांप शामिल थे.

"सालों से हमारे गांव में नागपंचमी पर सांप पकड़ने का मेला लगता है. सांप पकड़ने की परंपरा सब दिन से यहां निभाई जा रही है. माता भगवती की यह कृपा है. इसलिए आजतक किसी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई है." - मुन्ना यादव, स्थानीय

नदी तट पर जमा भीड़
नदी तट पर जमा भीड़

मेला देखने के लिए दूर-दराज से आते हैं लोग : बालान नदी के तट पर सांपों के इस मेले को देखने के लिए दूर दराज से लोग आते हैं. इस दौरान क्या बच्चे, क्या बूढ़े, हर कोई सांप के साथ खेलते हैं. बताया जाता है कि इस दिन का लोगों को काफी दिनों से खास इंतजार होता है. इस खेल में शामिल लोग बताते हैं कि आज के दिन उन्हें सांप से कोई डर नहीं लगता है.

क्या है मान्यता : पुरानी मान्यता और परंपरा के अनुसार नाग पंचमी के दिन बलान नदी में आगपुर के सैकड़ों लोग पानी से सांप को पकड़कर निकालते हैं और इसका प्रदर्शन करते हैं. काफी समय पहले यहां माता भगवती के मंदिर की स्थापना की गई थी. इसके बाद से गांव में कोई अनहोनी नहीं हुई है. तब से ही यहां पर नागपंचमी के दिन नदी से सांप पकड़ने की परंपरा शुरू हुई है.

"सांप को पकड़ने की परंपरा लगभग चालीस साल पुरानी है. आगापुर में नागपंचमी के दिन मेला लगाया जाता है. इसी में यह परंपरा निभाई जाती है. यहां का बच्चा-बच्चा इस दिन सांप पकड़ता है. किसी को कोई डर नही लगता है" - हरेराम महतो, स्थानीय

देखें रिपोर्ट.

बेगूसराय : बिहार में आज नागपंचमी का पर्व मनाया गया. मंदिरों में, घरों में, विषहरी स्थान और पिंडियों पर अलग-अलग जगह नाग देवता की पूजा शुक्रवार को की गई. वहीं सभी जगहों से अलग बेगूसराय में नाग देवता को खुश करने के लिए अनोखे अंदाज में नागपंचमी मनाई गई.सालों पुराने रिवाज के अनुसार सांपों को पकड़कर उसकी प्रदर्शनी लगाई गई. यह सांप का मेला जिले के मंसूरचक प्रखंड में लगाया गया.

ये भी पढ़ें : VIDEO: नागपंचमी पर सांपों का मेला, यहां लोग डरते नहीं बल्कि पकड़कर करते हैं खेला

सालों पुरानी है सांप पकड़ने की परंपरा : नागपंचमी के मौके पर मंसूरचक प्रखंड के समसा दो पंचयात के आगापुर गांव में एक परंपरा सालों से चली आ रही है. इस परंपरा के अनुसार लोग आज के दिन नदी से सांप पकड़ते हैं. आस्था से जुड़े इस परंपरा को देखने के लिए दूरदराज से लोग आगापुर गांव पहुंचते हैं. इस मौके पर लोग बालान नदी में सैकड़ों सांप को पकड़ने में जुटे रहते हैं. यह रिवाज आसपास के इलाके के लिए आकर्षण का केंद्र होता है.

"सांप से डर नहीं लगता है. यह रिवाज सालों से जारी है. पहले हमलोगों के दादा और पिता जी यहां बलान नदी से नाग पंचमी के दिन सांप पकड़कर उसका मेला लगाते थे. अब इसी रिवाज को आगे बढ़ाते हुए हमलोग नदी से सांप पकड़ते हैं और उसकी प्रदर्शनी और मेला लगाते हैं." - भगत

नदी से सांप निकालते लोग
नदी से सांप निकालते लोग

बिना किसी डर के सांप के साथ खेलते हैं लोग : इस परंपरा को स्थानीय लोग मां भगवती की कृपा मानते हैं. सांप पकड़ने के बाद लोग इसके साथ बड़े आराम से खेलते हैं और इसका प्रदर्शन करते हैं. वहीं देखने वालों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. शुक्रवार को भी इस नजारे को देखने के लिए हजारों की भीड़ आगपुर गांव में जमा हुई थी. ढोल मंजीरे के साथ झूमते-गाते छोटे हो या बड़े हर कोई सांपों को बिना किसी डर के पकड़ रहा था और उनसे खेलता दिखा. इसमे छोटे बड़े कई प्रकार के विषैले सांप शामिल थे.

"सालों से हमारे गांव में नागपंचमी पर सांप पकड़ने का मेला लगता है. सांप पकड़ने की परंपरा सब दिन से यहां निभाई जा रही है. माता भगवती की यह कृपा है. इसलिए आजतक किसी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई है." - मुन्ना यादव, स्थानीय

नदी तट पर जमा भीड़
नदी तट पर जमा भीड़

मेला देखने के लिए दूर-दराज से आते हैं लोग : बालान नदी के तट पर सांपों के इस मेले को देखने के लिए दूर दराज से लोग आते हैं. इस दौरान क्या बच्चे, क्या बूढ़े, हर कोई सांप के साथ खेलते हैं. बताया जाता है कि इस दिन का लोगों को काफी दिनों से खास इंतजार होता है. इस खेल में शामिल लोग बताते हैं कि आज के दिन उन्हें सांप से कोई डर नहीं लगता है.

क्या है मान्यता : पुरानी मान्यता और परंपरा के अनुसार नाग पंचमी के दिन बलान नदी में आगपुर के सैकड़ों लोग पानी से सांप को पकड़कर निकालते हैं और इसका प्रदर्शन करते हैं. काफी समय पहले यहां माता भगवती के मंदिर की स्थापना की गई थी. इसके बाद से गांव में कोई अनहोनी नहीं हुई है. तब से ही यहां पर नागपंचमी के दिन नदी से सांप पकड़ने की परंपरा शुरू हुई है.

"सांप को पकड़ने की परंपरा लगभग चालीस साल पुरानी है. आगापुर में नागपंचमी के दिन मेला लगाया जाता है. इसी में यह परंपरा निभाई जाती है. यहां का बच्चा-बच्चा इस दिन सांप पकड़ता है. किसी को कोई डर नही लगता है" - हरेराम महतो, स्थानीय

Last Updated : Jul 7, 2023, 8:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.