पटना: 'देश का पीएम कैसा हो.. नीतीश कुमार जैसा हो', इस नारे ने एक बार फिर इंडिया गठबंधन में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर नई चर्चा छेड़ दी है. दरअसल, शिक्षक दिवस के मौके पर पटना यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए थे. जहां सीएम जब छात्रों को संबोधित कर रहे थे, तभी उनके समर्थन में अचानक नारे लगने लगे.
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'देश का पीएम नीतीश कुमार जैसा हो': मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान नीतीश कुमार जिंदाबाद का नारा लगना शुरू हो गया. भीड़ में से कुछ छात्र 'नीतीश कुमार जिंदाबाद' के साथ-साथ 'देश का पीएम कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो' के नारे लगाने लगे. हालांकि इस नारे के बाद मुख्यमंत्री ने समर्थकों को शांत कराने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि चुप रहिये इस तरह की नारेबाजी मत करिये. उसके बाद नारे लगने बंद हो गए.
किसी भी पद की लालसा नहीं- नीतीश: जब से नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़कर बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाई है, तब से वह लगातार विपक्षी गठबंधन को एक साथ लाने की कवायद में जुटे हैं. उनकी कोशिशों का ही नतीजा है कि 28 दलों ने मिलकर राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन बनाया है. जिसकी पहली बैठक पटना, दूसरी बेंगलुरु और तीसरी बैठक मुंबई में हुई है. संयोजक और पीएम उम्मीदवारी को लेकर नीतीश के नाम की भी लगातार चर्चा होती है लेकिन मुख्यमंत्री स्पष्ट कर चुके हैं कि उनको किसी पद की लालसा नहीं है. वो बस इतना चाहते हैं कि 2024 में बीजेपी की सरकार तीसरी बार नहीं बने.
पटना यूनिवर्सिटी में शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम: पटना यूनिवर्सिटी के छात्रों की ओर से शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल ने पटना यूनिवर्सिटी में नौ सौंदर्यीकृत सीनेट हॉल का लोकार्पण किया. हालांकि लोकार्पण के दौरान नीतीश कुमार के पैर लड़खड़ा गए, जिस वजह से वह गिर पड़े. जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उनको तुरंत पकड़कर उठाया.