हैदराबाद : पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. इस बीच हर किसी की नज़र नंदीग्राम पर टिकी थी. इस हाईप्रोफाइल सीट पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हार हुई है. पश्चिम बंगाल में टीएमसी की जीत का मतलब ये है कि सूबे में दीदी का जादू बरकरार है.
इस जीत के बाद अब ममता बनर्जी तीसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठेंगी. हालांकि, ममता मुख्यमंत्री रहते हुए सीट गंवानी वाली पहली नेता नहीं हैं. इससे पहले कई मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए भी विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं.
ऐसे मुख्यमंत्रियों की सूची, जो पद पर रहते हुए भी विधानसभा का चुनाव हार चुके हैं.
चुनाव का साल | राज्य | मुख्यमंत्री के नामों की सूची |
2021 | पश्चिम बंगाल | भारतीय जनता पार्टी के शुवेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को नंदीग्राम से हराया. |
2019 | झारखंड | जमशेदपुर की सीट पर रघुबर दास को उन्हीं की कैबिनेट में मंत्री रहे सरयू राय ने हराया था. |
2018 | मिजोरम | मिजोरम के मुख्यमंत्री ललथनहवला के साथ 2018 में ऐसा हुआ. तब वो मुख्यमंत्री थे और उन्होंने दो सीटों सेरछिप और चंफई (दक्षिण) से चुनाव लड़ा. दोनों ही सीटों पर वो हार गए. |
2017 | उत्तराखंड | 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में हरिद्वार (ग्रामीण) और किच्छा से चुनाव लड़े हरीश रावत दो निर्वाचन क्षेत्रों से हार गए. |
2017 | गोवा | 2017 के गोवा विधानसभा चुनावों में लक्ष्मीकांत पारसेकर मंडरम सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दयानंद सोपेत से हार गए. |
1989 | आंध्र प्रदेश | 1989 के विधानसभा चुनाव में एनटीआर कलवाकूर्ति निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के चित्तरंजन दास से हार गए. |
मुख्यमंत्री, जो चुनाव में हार गए | ||
2009 | झारखंड | तत्कालीन मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को झारखंड पार्टी के राजनीतिक नौसैनिक गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर ने तामार विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में हराया था. |
1970 | उत्तर प्रदेश | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिभुवन नारायण सिंह उपचुनाव हार गए. उन्होंने तुरंत इस्तीफा दे दिया. |
ममता बनर्जी फिलहाल किसी सदन की सदस्य नहीं हैं, लिहाजा उन्हें एक निश्चित समय सीमा के अंदर सदन का सदस्य बनना जरूरी है.