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पंजाब में डीजीपी बदलने पर अड़े सिद्धू, सीएम चन्नी बोले- केंद्र के पैनल का इंतजार - कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू

कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पार्टी से पंजाब पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता को बदलने की मांग फिर दोहराई है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि बेअदबी के मामलों और मादक पदार्थ के व्यापार के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग के कारण हमारी सरकार 2017 में आई थी और इसमें विफल रहने पर लोगों ने पिछले मुख्यमंत्री को हटा दिया. अब एजी/डीजी की नियुक्ति से पीड़ितों के घावों पर नमक छिड़का जा रहा है, उन्हें हटाया जाना चाहिए वर्ना हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे. इस पर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी प्रतिक्रिया दी है.

नवजोत सिंह सिद्धू
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Published : Oct 3, 2021, 4:02 PM IST

Updated : Oct 3, 2021, 9:15 PM IST

चंडीगढ़ : कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Congress leader Navjot Singh Sidhu) ने रविवार को अपनी पार्टी से पंजाब पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता को बदलने की मांग फिर दोहराई और कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो'हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे.' चरणजीत सिंह चन्नी नीत सरकार पर राज्य के पुलिस महानिदेशक और महाधिवक्ता को बदलने के लिए ट्वीट कर दबाव बनाने से प्रतीत होता है कि सिद्धू अब भी कुछ प्रमुख नियुक्तियों को लेकर नाराज हैं.

सिद्धू के ट्वीट को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि राज्य सरकार डीजीपी पद के लिए तीन नामों को अंतिम रूप देने के संबंध में केंद्र से एक पैनल का इंतजार कर रही है. चन्नी ने कहा कि पैनल बनने के बाद, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू, सभी मंत्रियों और विधायकों के परामर्श के बाद ही डीजीपी के नाम पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.

नवजोत सिंह सिद्धू का ट्वीट
नवजोत सिंह सिद्धू का ट्वीट

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री और सिद्धू ने तीन दिन पहले बैठक की थी जिसके बाद यह निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार के सभी प्रमुख निर्णय लेने से पहले सलाह के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा. सिद्धू ने रविवार को ट्वीट किया,'बेअदबी के मामलों और मादक पदार्थ के व्यापार के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग के कारण हमारी सरकार 2017 में आई थी और इसमें विफल रहने पर लोगों ने पिछले मुख्यमंत्री को हटा दिया. अब एजी/डीजी की नियुक्ति से पीड़ितों के घावों पर नमक छिड़का जा रहा है, उन्हें हटाया जाना चाहिए वर्ना हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे.'

सिद्धू ने कुछ दिन पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और राज्य के पुलिस महानिदेशक, महाधिवक्ता और'दागी नेताओं' की नियुक्तियों पर सवाल खड़े किये थे. सिद्धू, भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता (senior IPS officer Iqbal Preet Singh Sahota) को हटाने की मांग कर रहे हैं जिन्हें पंजाब पुलिस के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. सहोता, अकाली सरकार द्वारा 2015 में बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिये बनाए गए विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख थे.

यह भी पढ़ें- पद रहे न रहे राहुल-प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा : सिद्धू

सिद्धू ने राज्य के नए महाधिवक्ता ए एस देओल की नियुक्ति पर भी प्रश्न खड़े किये जो 2015 में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी के वकील थे. शनिवार को सिद्धू ने कहा था कि वह किसी पद पर रहें या न रहें, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़े रहेंगे.

बेअदबी के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा: चन्नी
चन्नी ने कि बेअदबी के मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी. शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन के दौरान 2015 में पंजाब के फरीदकोट जिले में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटना हुई थी. कृषि श्रमिकों और भूमिहीन किसानों को कर्ज राहत प्रमाण-पत्र देने के लिए आयोजित राज्य स्तरीय

(पीटीआई भाषा)

चंडीगढ़ : कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू (Congress leader Navjot Singh Sidhu) ने रविवार को अपनी पार्टी से पंजाब पुलिस प्रमुख और महाधिवक्ता को बदलने की मांग फिर दोहराई और कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो'हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे.' चरणजीत सिंह चन्नी नीत सरकार पर राज्य के पुलिस महानिदेशक और महाधिवक्ता को बदलने के लिए ट्वीट कर दबाव बनाने से प्रतीत होता है कि सिद्धू अब भी कुछ प्रमुख नियुक्तियों को लेकर नाराज हैं.

सिद्धू के ट्वीट को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा है कि राज्य सरकार डीजीपी पद के लिए तीन नामों को अंतिम रूप देने के संबंध में केंद्र से एक पैनल का इंतजार कर रही है. चन्नी ने कहा कि पैनल बनने के बाद, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू, सभी मंत्रियों और विधायकों के परामर्श के बाद ही डीजीपी के नाम पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.

नवजोत सिंह सिद्धू का ट्वीट
नवजोत सिंह सिद्धू का ट्वीट

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री और सिद्धू ने तीन दिन पहले बैठक की थी जिसके बाद यह निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार के सभी प्रमुख निर्णय लेने से पहले सलाह के लिए एक समन्वय समिति का गठन किया जाएगा. सिद्धू ने रविवार को ट्वीट किया,'बेअदबी के मामलों और मादक पदार्थ के व्यापार के दोषियों की गिरफ्तारी की मांग के कारण हमारी सरकार 2017 में आई थी और इसमें विफल रहने पर लोगों ने पिछले मुख्यमंत्री को हटा दिया. अब एजी/डीजी की नियुक्ति से पीड़ितों के घावों पर नमक छिड़का जा रहा है, उन्हें हटाया जाना चाहिए वर्ना हम मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगे.'

सिद्धू ने कुछ दिन पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और राज्य के पुलिस महानिदेशक, महाधिवक्ता और'दागी नेताओं' की नियुक्तियों पर सवाल खड़े किये थे. सिद्धू, भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता (senior IPS officer Iqbal Preet Singh Sahota) को हटाने की मांग कर रहे हैं जिन्हें पंजाब पुलिस के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. सहोता, अकाली सरकार द्वारा 2015 में बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिये बनाए गए विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख थे.

यह भी पढ़ें- पद रहे न रहे राहुल-प्रियंका गांधी के साथ खड़ा रहूंगा : सिद्धू

सिद्धू ने राज्य के नए महाधिवक्ता ए एस देओल की नियुक्ति पर भी प्रश्न खड़े किये जो 2015 में पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी के वकील थे. शनिवार को सिद्धू ने कहा था कि वह किसी पद पर रहें या न रहें, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ खड़े रहेंगे.

बेअदबी के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा: चन्नी
चन्नी ने कि बेअदबी के मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी. शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासन के दौरान 2015 में पंजाब के फरीदकोट जिले में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटना हुई थी. कृषि श्रमिकों और भूमिहीन किसानों को कर्ज राहत प्रमाण-पत्र देने के लिए आयोजित राज्य स्तरीय

(पीटीआई भाषा)

Last Updated : Oct 3, 2021, 9:15 PM IST
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