तिरुवनंतपुरम : चार महिलाओं में से एक, जो आईएस आतंकवादियों की पत्नियां हैं और वर्तमान में अफगानिस्तान की जेल में बंद हैं, की मां ने भारत सरकार द्वारा उन्हें उनके गृह देश वापस लाने के प्रयास नहीं करने की खबरों पर प्रतिक्रिया दी है.
अफगान सरकार ने महिलाओं को भारत भेजने की इच्छा व्यक्त की लेकिन केंद्र सरकार ने अफगानिस्तान से महिलाओं को वापस लाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. इस बात को जानकर निमिषा फातिमा की मां बिंदू संपत (Bindu Sampath) भावुक हो गईं. उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार के रुख से हैरान हैं.
उन्होंने कहा, निमिषा की भारतीय नागरिकता नहीं खोई है. मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी को कानूनी प्रक्रियाओं के अधीन भारत वापस लाया जाए.
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बिंदु ने कहा, यह ज्ञात है कि अमेरिकी सेना 11 सितंबर को अफगानिस्तान से हट जाएगी. इस प्रकार, यह तालिबान का गढ़ बन जाएगा और मेरी बेटी को मार दिया जाएगा.
बिंदु ने कहा कि निमिषा का धर्म परिवर्तन करने वाले अब भी धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया कर रहे हैं और सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने यह भी कहा, वह निमिषा फातिमा को भारत वापस लाने के लिए सरकार के हस्तक्षेप की मांग करते हुए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से मुलाकात करेंगी.