भोपाल। मध्यप्रदेश में रिकॉडतोड़ समय तक मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार शाम को राजभवन पहुंचकर राज्यपाल मंगूभाई पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया. शिवराज सिंह चौहान के साथ नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के साथ ही मध्यप्रदेश बीजेपी के दिग्गज नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात की. नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्यपाल के पास नई सरकार के गठन करने का प्रस्ताव दिया. इससे पहले नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को शिवराज सिंह चौहान ने बधाई दी. विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव डॉ. मोहन यादव के रूप में शिवराज सिंह चौहान ने ही पेश किया. जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया.
चुनाव से पहले मिल गए थे संकेत : इस बार के विधानसभा चुनाव से पहले ही ये संकेत मिलने लगे थे कि बीजेपी आलाकमान सीएम फेस के रूप में किसी नेता का नाम सामने नहीं रखेगा. जब चुनाव की घोषणा हुई तो बीजेपी आलाकमान ने स्पष्ट कर दिया इस बार कोई नेता सीएम फेस के रूप में नहीं होगा. इस चुनाव में केवल पीएम मोदी के चेहरे पर बीजेपी आगे बढ़ी. ऐसे में लगने लगा था कि अगर बीजेपी जीत भी जाती है तो शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा. हालांकि चुनाव परिणाम आने के बाद बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला. इसके बाद फिर कयास लगाए जाने लगे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही बनेंगे. क्योंकि शिवराज की लाड़ली बहना योजना को ट्रंप कार्ड माना गया.
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BJP leader Shivraj Singh Chouhan tendered his resignation to Governor Mangubhai C. Patel at Raj Bhavan in Bhopal after party leader Mohan Yadav was elected as the new Chief Minister of Madhya Pradesh pic.twitter.com/w4PR6Rk8Rt
— ANI (@ANI) December 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) December 11, 2023BJP leader Shivraj Singh Chouhan tendered his resignation to Governor Mangubhai C. Patel at Raj Bhavan in Bhopal after party leader Mohan Yadav was elected as the new Chief Minister of Madhya Pradesh pic.twitter.com/w4PR6Rk8Rt
— ANI (@ANI) December 11, 2023
2005 में पहली बार बने मुख्यमंत्री : मध्यप्रदेश में 18 साल से अधिक समय तक मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के विदिशा से 5 बार सांसद चुने गए. इसके बाद साल 2005 में बाबूलाल गौर के इस्तीफे के बाद वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने 4 बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. साल 2005 से लेकर बीच के डेढ़ साल का समय घटा दें तो वह लगातार मुख्यमंत्री के रूप प्रदेश का संचालन करते रहे. इस प्रकार करीब 18 साल से ज्यादा समय तक वह मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे.
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#WATCH | BJP leader Shivraj Singh Chouhan tenders his resignation to Governor Mangubhai C. Patel at Raj Bhavan in Bhopal after party leader Mohan Yadav was elected as the new Chief Minister of Madhya Pradesh pic.twitter.com/4Nrmn73BKb
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ये है राजनीतिक करियर : 64 साल के शिवराज सिंह चौहान 1990 में पहली बार बुधनी से विधायक चुने गए. इसके बाद 1991 में विदिशा लोकसभा क्षेत्र से वह सांसद चुने गए. वह 1992 ले लेकर 1994 तक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव भी रहे. विदिशा से शिवराज 5 बार सांसद चुने गए. उनका जन्म 5 मार्च 1959 को हुआ था. उन्होंने भोपाल के बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर किया. आपातकाल के दौरान वह भोपाल जेल में भी बंद रहे. सन् 1977 में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री भी रहे. एबीवीपी में उन्होंने कई पदों पर काम किया. इसके अलावा साल 2000 से लेकर 2003 तक वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे.