हैदराबाद : भारतीय अर्थव्यवस्था फिर से नई बुलंदियों को छू रहा है. शेयर मार्केट (share market) में रौनक लौट चुकी है. आम निवेशक इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी ले रहे हैं. नई-नई कंपनियों को उम्मीद से बेहतर रिस्पांस मिल रहा है. पेटीएम और नायका के बाद एलआईसी भी बहुत जल्द आईपीओ जारी करने वाला है. निवेशकों में अभी से इसको लेकर उत्साह देखा जा सकता है. एलआईसी तो प्रतिष्ठित कंपनी है, लिहाजा निवेशकों में उत्सकुता को महसूस किया जा सकता है. लेकिन हम आपको यहां कुछ ऐसी भी कंपनियों के बारे में बताते हैं, जिनके बारे में आपने बहुत कम सुना होगा. इसके बावजूद उनका आईपीओ रिकार्ड बना गया. बल्कि ये कहें कि इसे अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए, तो अचरज की बात नहीं होगी.
यहां पर हम आपको लैटेंट व्यू (latent view) और पारस डिफेंस (paras defense) के बारे में संक्षिप्त जानकारी दे रहे हैं. कैसे इन कंपनियों ने आईपीओ जारी किया और निवेशकों ने उसे हाथों हाथ ले लिया. आपको यह सुनकर हैरान हो जाएंगे, कि इन दोनों कंपनियों को 300 गुना अधिक रिस्पांस मिला. दोनों कंपनियों ने एक तरीके से रिलांयस पावर जैसी दिग्गज कंपनियों का भी रिकॉर्ड ब्रेक कर दिया. रिलांयस पावर को पहले दिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2008 में 10.68 गुना अधिक रिस्पांस मिला था. इसके आधार पर आप अंदाजा लगा सकते हैं.
दरअसल, लैटेंट व्यू एनालिटिक्स लि. के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को निर्गम के आखिरी दिन 326.49 गुना अभिदान मिल गया था. कंपनी के आईपीओ के प्रति सभी श्रेणी के निवेशकों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया. एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, लैटेंट व्यू के 600 करोड़ रुपये के 1,75,25,703 शेयरों के आईपीओ पर 5,72,18,82,528 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. गैर-संस्थागत निवेशकों के खंड को 850.66 गुना और पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के खंड में 145.48 गुना अभिदान मिला. खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित शेयरों पर 119.44 गुना बोलियां मिलीं.
आईपीओ के तहत 474 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए, जबकि 126 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई गई थी. आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 190 से 197 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. लैटेंट व्यू ने एंकर निवेशकों से 267 करोड़ रुपये जुटाए थे.
लैटेंट व्यू में वेंकटरमण की 69.63 प्रतिशत हिस्सेदारी है, कोटेश्वरन की 7.74 प्रतिशत हिस्सेदारी है और हरिहरन की 9.67 प्रतिशत हिस्सेदारी है. आईपीओ के तहत शेयर का मूल्य दायरा 190-197 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया था. 10 नवंबर से 12 नवंबर तक इसे खरीद के लिए उपलब्ध करवाया गया था. नए निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग अनुषंगी लैटेंटव्यू एनालिटिक्स कॉर्पोरेशन की कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं सहित अन्य के लिए किया जाएगा. कंपनी ने कहा कि निर्गम का 75 प्रतिशत तक योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए, 15 प्रतिशत गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए और शेष 10 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया था. इस कंपनी का मुख्य काम डाटा एनालिटिक्स का है. इनके पास मुख्य रूप से ब्लूचिप ग्राहक हैं. फॉर्च्यून में आने वाली टॉप 500 कंपनियों में से 30 कंपनियां इनकी सेवा लेते हैं.
इसी तरीके से पारस डिफेंस को भी उम्मीद से अधिक रिस्पांस मिला था. कंपनी को इसी साल सितंबर में 304 गुना अधिक रिस्पांस मिला था. बाजार में इन दो कंपनियों की सबसे अधिक चर्चा है. यानी पारस डिफेंस और लैटेंट व्यू. इसकी वजह है उनको लेकर शेयर खरीददारों में उत्साह. दोनों कंपनियों को 300 गुना अधिक रिस्पांस मिला है. लैटेंट व्यू के बारे में ऊपर जानकारी दी गई है. आइए हम आपको पारस डिफेंस के बारे में जानकारी देते हैं.
पारस डिफेंस की लिस्टिंग अक्टूबर में हुई थी. कंपनी ने 175 रुपये का शेयर जारी किया था. आज की तारीख में कंपनी के शेयर की कीमत 775 रुपये से लेकर 1200 रुपये तक चली गई है. यानी कंपनी के शेयरधारकों को न्यूनतम 3.59 गुना फायदा है. आईपीओ के इतिहास में सबसे ज्यादा सब्सक्रिपेशन पाने वाली कंपनी पारस डिफेंस बन गई है. कंपनी को पहले दिन 16.57 गुना रिस्पांस मिला. इतना जबरदस्त रिस्पांस अब तक किसी को नहीं मिला है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस को 2008 में 10.68 गुना अधिक रिस्पांस मिला था. पारस में नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर का हिस्सा 927 गुना भरा, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स का हिस्सा 169 गुना जमा हुआ था. एनएसई पर पारस डिफेंस के शेयर 168 फीसदी की तेजी के साथ 469 रुपये पर लिस्ट हुए थे. कंपनी का बीएसई पर मार्केट कैपिटलाइजेशन 1,945.13 करोड़ रुपये था.
यह स्पेस ऑप्टिक्स और ऑप्टो-मैकेनिकल असेंबली की क्षमता रखती है. स्पेस में सेक्टर में उपयोग होने वाले कैमरों का भी उत्पादन कंपनी करती है.
आपको बता दें कि इस साल अब तक 51 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए शेयर मार्केट से पैसा जुटाए हैं. उन्हें 1.19 लाख करोड़ मिला. जानकारी के लिए बता दें कि पेटीएम के लिए आईपीओ जारी होने पर शुरू के दो दिनों में संस्थागत निवेशकों ने ठंडा रिस्पांस दिया. हालांकि, खुदरा निवेशकों का कोटा फुल हो गया था. लेकिन तीसरे दिन संस्थागत निवेशकों ने भी पेटीएम के शेयर की खरीददारी की. और कंपनी को उम्मीद से अधिक मिला. पेटीएम ने 18300 करोड़ जुटाने का लक्ष्य निर्धारित किया था.
जोमैटो ने आईपीओ के जरिए 9375 करोड़ और सफायर फूड्स ने 2073 करोड़ जुटाए.
न्यूरेका नाम की एक कंपनी ने 200 रु. का शेयर जारी किया था. अभी इसकी कीमत 1722 रुपये प्रति शेयर है. मुनाफा कहें तो तीन गुना से अधिक है.
विशेष रसायन निर्माता लक्ष्मी ऑर्गेनिक इंडस्ट्रीज लिमिटेड का कारोबार के पहले दिन 130 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले करीब 27 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ बंद हुआ था. आज की तारीख में इसकी कीमत 434 रुपये प्रति शेयर जा चुकी है.
पिछले कुछ सालों में किस कंपनी को कितना मिला रिस्पांस
लैटेंट व्यू को 326 गुना रिस्पांस मिला.
पारस डिफेंस को 304 गुना अधिक रिस्पांस मिला.
एस्ट्रॉन पेपर को 241 गुना अधिक रिस्पांस मिला.
अपोलो माइको को 248 गुना अधिक रिस्पांस मिला.
सालासार टेक को 273 गुना अधिक रिस्पांस मिला.
2018 में 24 कंपनियों ने, 2019 में 16 कंपनियों ने और 2020 में 15 कंपनियों ने आईपीओ जारी किए थे.