शनि त्रयोदशी : भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए हिंदू धर्मावलंबी प्रदोष व्रत रखते हैं. मान्यताओं के अनुसार भगवान भोलेनाथ शनिदेव के गुरु हैं, जो न्यायाधीश हैं. इसलिए शनिवार के दिन प्रदोष व्रत करने से शिव के साथ शनि की भी कृपा प्राप्त होती है. शनि त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत भी है. प्रदोष व्रत हर महीने दो बार, कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है. शनि त्रयोदशी 15 जुलाई 2023 को है.
भगवान शिव का प्रदोष व्रत होने के कारण शनिवार की त्रयोदशी तिथि का महत्व बढ़ जाता है. इस दिन किये गए उपायों से शनि की साढ़े-साती, शनि की ढैय्या और राहु-केतु के प्रकोप से मुक्ति मिलती है. इस दिन मंत्र जाप, दान का बड़ा ही महत्व है. शनिदेव की प्रसन्नता के लिए इस दिन करें खास पूजा-उपाय... Shani Pradosh Vrat 15 July 2023 . Shani Trayodashi .
ऐसे करें पूजा
- मान्यताओं के अनुसार इस दिन 'शनि प्रदोष व्रत के दिन दशरथ कृत शनिस्त्रोत का पाठ किया जाए तो जीवन में शनि के प्रकोप से बचाव होता है.
- आज के दिन शनि मंदिर में शनिदेव का तेल से अभिषेक व तेल दान कर दें. इस दिन अंधे,अपंगों, सेवकों, सफाईकर्मियों पर दया करें और उन्हें जूते-खाने-पैसे आदि का दान दें.
- आज के दिन लोहे के बर्तन में सरसों का तेल और सिक्का रखें और उसमें अपनी छवि देखें,फिर वह तेल किसी मांगने वाले को दे दें.
- शनिवार शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन शाम के समय पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं .
- राहु-केतु के प्रकोप से मुक्ति के लिए काले-सफेद तिल और कंबल का दान करें.
- शाम के समय भगवान शिव और भैरवजी की पूजा करें और काले तिल के तेल का दीपक जलाएं और शनिदोष से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें.