बेंगलुरु: कर्नाटक पुलिस ने बेंगलुरु में एक ऐसे सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है जो काम की तलाश कर रही युवतियों को नौकरी का लालच देकर उसका यौन शोषण करता था. यही नहीं बाद में पैसे के लिए ब्लैकमेल भी करता था. पुलिस छानबीन में पता चला कि वह पिछले ढाई साल से इस वारदात को अंजाम दे रहा था. पुलिस मामले की आगे की पड़ताल करने में जुटी है कि इसके अलावा वह किसी और धंधे में तो शामिल नहीं था.
पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर जिसने पैसे कमाने के इरादे से महिलाओं के नाम से एक फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया और फिर युवतियों को वेश्या के रूप में इस्तेमाल किया. बेंगलुरु दक्षिण पूर्व डिवीजन की सीईएन पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपी आंध्र प्रदेश का रहने वाला है. उसका नाम दिल्ली प्रसाद है.
वह बेंगलुरु के कोरमंगला में रहता था और एक निजी कंपनी में काम कर रहा था. आरोपी ने आसानी से पैसे कमाने के लिए इंस्टाग्राम पर पांच फर्जी अकाउंट खोल रखा था. अकाउंट्स के प्रोफाइल पर महिलाओं की तस्वीर लगा दी थी. इस तरह वह लड़कियों से आसानी से बात कर पाता था. पुलिस ने कहा कि वह एक एमएनसी में काम करता था और उसे विश्वास था कि वह युवतियों को अपने परिचित की कंपनियों में नौकरी दिला देगा.
बाद में उसने बेंगलुरु में मडीवाला के पास एक होटल में एक कमरा बुक किया और युवतियों को इंटरव्यू के नाम पर होटल के कमरे में बुलाता था. लेकिन जब युवतियों ने अंदर जाकर देखा तो असली तस्वीर का पता चला. आरोपी वहां इंटरव्यू लेने की बजाय युवतियों को धमकी देता था कि अगर उसने यौन संबंध नहीं बनाए तो वह उसे अच्छी कंपनियों में नौकरी नहीं देगा. इस तरह वह युवतियों के साथ जबरन यौन संबंध बनाता था और चुपके से इसे रिकॉर्ड कर लेता था. वह वीडियो बनाकर पैसे के लिए युवतियों को ब्लैकमेल भी करता था.
इस तरह उसने 10 से अधिक युवतियों को ठगी का शिकार बनाया. इस संबंध में प्राप्त शिकायतों के आधार पर सेन थाने में आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. जांच के दौरान जब उसके मोबाइल फोन की जांच की गई तो पता चला कि आरोपी पिछले ढाई साल से लगातार ठगी कर रहा था. वह कई महिलाओं के साथ संबंध बनाया हुआ था.