जम्मू: जम्मू और कश्मीर में प्राकृतिक आपदाओं का संकट जारी है. जम्मू के रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को एक ट्रक भूस्खलन चपेट में आ गया. इस हादसे के कारण के कारण ट्रक की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, एनएच 44 पर बनिहाल में एक ट्रक कथित तौर पर एक चट्टान से टकरा गया था.
अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना बनिहाल शहर के पास राजमार्ग के शेरबीबी खंड पर हुई. अधिकारियों ने बताया कि तुरंत ही शवों को बरामद करने के लिए ऑपरेशन चलाया गया. शवों को बरमाद करने के बाद उन्हें पोस्टमार्टम के एसडीएच बनिहाल भेजा गया है. एक अन्य मीडिया संस्थान को दिये बयान में रामबन के उपायुक्त ने बताया कि सेना और अन्य बचाव दल फिलहाल घटनास्थल पर राहत-बचाव का काम कर रहे हैं.
हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने कहा कि मंगलवार तड़के जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन की चपेट में आने के बाद एक ट्रक गहरी खाई में गिर गया, जिससे चार लोगों की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि सुबह करीब पांच बजे रामबन जिले में शेरबीबी के पास राजमार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही रोक दी गई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ट्रक जम्मू से श्रीनगर जा रहा था.
अधिकारियों ने मृतकों की पहचान कुलगाम के ट्रक चालक मोहम्मद अफजल गारू (42), उनके भाई अल्ताफ गारू (36), अनंतनाग के इरफान अहमद (33) और उनके भाई शौकत अहमद (29) के रूप में की है. उन्होंने बताया कि घरेलू उपयोग के लिए ट्रक में ले जाए जा रहे लगभग छह मवेशी भी दुर्घटना में मारे गए.
अधिकारियों ने कहा कि भूस्खलन के कारण राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है, जो कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से हर मौसम में जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है और इसे यातायात योग्य बनाने के प्रयास जारी हैं. रामबन के उपायुक्त ने कहा कि मृतक के परिजनों को सूचना दी जा रही है. यह पता लगाने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया कि क्या और भी पीड़ित हैं. बता दें कि 270 किलोमीटर लंबा जम्मू और श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग कश्मीर को शेष विश्व से हर मौसम में जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग है.
ये भी पढ़ें |
बता दें कि हाल के दिनों में भूस्खलन की घटनाओं की संख्या बढ़ी है. हाल ही में संपन्न हुए अमरनाथ यात्रा के दौरान भी कई बार भूस्खलन के कारण यात्रा को स्थगित करना पड़ा था. इसके अलावा भी कई घटनाओं में संसाधनों का काफी नुकसान हुआ है. प्रशासन लगातार लोगों से खराब मौसम के दौरान लोगों से यात्रा ना करने और सावधानी बरतने की अपील करता रहा है. हालांकि, सेना और राहत-बचाव कार्य करने वाले दलों ने मुस्तैदी से काम करते हुए हर बार रिकॉर्ड समय में यातायात पुन: बहाल करने में मदद की है.
(इनपुट आईएएनएस)