मुंबई : प्रमुख नीतिगत ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने की रिजर्व बैंक की घोषणा और सकारात्मक वैश्विक संकेतकों से बाजार को मिली मजबूती के बीच बुधवार को सेंसेक्स 1,016 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ. ओमीक्रोन को लेकर फैली आशंका के बीच कोरोना वायरस के इस स्वरूप के डेल्टा की तुलना में कम घातक होने की खबरें आने से वैश्विक बाजारों में सकारात्मक धारणा देखी गई. इसके अलावा प्रमुख नीतिगत ब्याज दरों को स्थिर रखने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले से भी बाजार को मजबूती मिली.
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 1,016.03 अंक यानी 1.76 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,649.68 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 293.05 अंक यानी 1.71 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,469.75 अंक पर बंद हुआ.
यह बाजार में तेजी का लगातार दूसरा दिन रहा. इस साल 30 मार्च के बाद बाजार में एक दिन में दर्ज की गई यह सबसे बड़ी तेजी है. गत 30 मार्च को सेंसेक्स 1,128.08 अंक चढ़ा था.
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में बजाज फाइनेंस 3.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ सर्वाधिक फायदे में रही. मारुति सुजुकी, एसबीआई, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक और इन्फोसिस के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए.
वहीं कोटक महिंद्रा बैंक और पावरग्रिड के शेयरों को नुकसान उठाना पड़ा. इन दोनों कंपनियों के शेयर में 0.85 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि ओमीक्रोन के डेल्टा की तरह ज्यादा घातक न होने के बारे में आई खबरों से बाजार में एक सकारात्मक धारणा बनी. इसके साथ ही आरबीआई के अनुकूल रुख ने भी बाजार को मजबूती देने का काम किया.
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, 'सकारात्मक वैश्विक संकेतों के साथ ही ब्याज दरों को स्थिर रखने के आरबीआई के फैसले ने भी तेजड़ियों को सक्रिय रखा.' उन्होंने कहा कि क्षेत्रवार सूचकांकों में भी तेजड़ियों का यह रुख देखने को मिला. स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों ने भी इस तेजी में अपना योगदान दिया.
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को चार प्रतिशत पर ही कायम रखने की घोषणा की है. ऐसे में ब्याज दरों की दृष्टि से संवेदनशील कंपनियों ने इसे काफी सकारात्मक रूप में लिया. आरबीआई ने वर्ष 2021-22 में वृद्धि के अपने पूर्वानुमान को भी 9.5 प्रतिशत पर यथावत रखा है.सभी क्षेत्रों के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए. बीएसई ऑटो, टेक, दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी और धातु सूचकांक 2.24 प्रतिशत तक चढ़े.
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एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सियोल और तोक्यो बढ़त के साथ बंद हुए. हालांकि, यूरोपीय बाजारों की हालत ठीक नहीं रही। दोपहर के सत्र में अधिकांश यूरोपीय बाजार नुकसान में थे. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.60 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75.89 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
अंतर-बैंकिंग विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया भी दो पैसे की बढ़त के साथ 75.46 रुपया प्रति डॉलर के स्तर पर रहा.
हालांकि, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पूंजी बाजार में बिकवाली का दौर जारी रखा है. प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 2,584.97 करोड़ रुपये की निकासी की.
(पीटीआई-भाषा)