हैदराबाद : तेलंगाना के सिकंदराबाद की एक बिल्डिंग में लगी भीषण आग की घटना के बाद बचाव दलों को शनिवार को मानव कंकाल मिला. तीन लापता व्यक्तियों को ढूंढने के प्रयास में बचाव दल को इमारत की पहली मंजिल पर कंकाल मिला. कंकाल को मलबे से निकालकर पहचान के लिए गांधी अस्पताल में भेजा गया है. अधिकारियों ने कहा कि शव की शिनाख्त के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी. सिकंदराबाद के व्यस्त इलाके में इमारत में आग लगने के दो दिन बाद सुलगते मलबे से निकलने वाली गर्मी और धुएं के कारण टीमें परिसर में प्रवेश नहीं कर पाईं थी. हालांकि, शनिवार को कुछ बचावकर्मी अंदर जाने में कामयाब रहे.
गौरतलब है कि इमारत में गुरुवार को भीषण आग लगने के बाद से वसीम, जहीर और जुनैद लापता बताए जा रहे हैं. बचे कुछ लोगों ने कहा कि तीन लोग अपना सामान लेने गए थे लेकिन फंस गए. गुरुवार को आग बुझाने के प्रयास में दो दमकल कर्मी घायल भी हो गए थे. आग पर काबू पाने में आठ घंटे लग गए. हैदराबाद और सिकंदराबाद के जुड़वां शहरों में विभिन्न फायर स्टेशनों से 23 दमकल गाड़ियों को सेवा में लगाया गया था.
इमारत का स्वामित्व डेक्कन कॉरपोरेट के पास है, जो टी-शर्ट, यूनिफॉर्म, बैग, गिफ्ट आर्टिकल्स और सामान के निर्माता हैं. अग्निशमन सेवा के अधिकारियों के अनुसार, इमारतों में टन कपड़ा, फ्लेक्स रोल और रसायन जमा थे. पहली मंजिल के तहखाने में करीब 1,000 टन ज्वलनशील सामग्री आग के तेजी से फैलने का कारण बनी. इस बीच, इमारत के ढहने की आशंका के कारण अधिकारी इमारत को गिराने की व्यवस्था कर रहे थे. आग से ढांचा कमजोर हो गया है.
इमारत को गिराने की कार्रवाई में अभी कुछ दिनों और लगने की संभावना है, क्योंकि अधिकारी घरों समेत आसपास की इमारतों को क्षति से बचाने की योजना बना रहे हैं. निदेशक एनआईआईटी रमना राव ने कहा कि कुछ जगहों पर स्लैब के गिरने या दरारें पड़ने के कारण आग दुर्घटना के कारण इमारत जीर्ण-शीर्ण स्थिति में है. उन्होंने सुझाव दिया कि भवन का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए. इसके बाद पुलिस ने लोगों को इमारत के करीब जाने से रोकने के लिए बल तैनात कर दिया.
पुलिस ने कहा कि विशेषज्ञ की राय के आधार पर, आसपास की इमारतों के मालिकों, किरायेदारों को अगली सूचना तक अपने घर खाली करने के लिए कहा गया है. पुलिस ने अप्रिय घटना से बचने के लिए आग दुर्घटना स्थल के दोनों पहुंच बिंदुओं से यात्रियों को डायवर्ट भी किया है. पुलिस उपायुक्त ने कहा कि ड्रोन कैमरों से जुटाए गए फुटेज से पता चलता है कि ज्यादातर छत टूट कर नीचे गिर गई है. इस बीच, राज्य के मंत्री टी. श्रीनिवास यादव ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया और बचाव अभियान की समीक्षा की. उन्होंने वादा किया कि सरकार पीड़ित परिवारों की मदद करेगी. उन्होंने आस-पास के आवासीय क्षेत्र का भी दौरा किया और निवासियों के साथ बातचीत की.
(आईएएनएस)