नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी को लेकर एक बार फिर आगाह किया है. सरकार ने कहा कि कोरोना दूसरी की लहर (second wave of the Covid19 pandemic) अभी खत्म नहीं हुई है. लोगों को बेपरवाह नहीं होना चाहिए और कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्रालय ( Health Ministry ) के वरिष्ठ अधिकारी, राज्य सरकार के अधिकारियों और स्वास्थ्य कॉरस्पान्डन्ट के साथ एक कार्यशाला के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की. इस कार्यक्रम का आयोजन यूनिसेफ के सहयोग से किया गया.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल (Lav Agarwal,) ने दोहराया कि देश में 80 फीसदी नए मामले 90 जिलों से सामने आए हैं, और जिनमें से 14 जिले पूर्वोत्तर राज्यों से हैं. अग्रवाल ने कहा कि हम पूर्वोत्तर राज्यों का समर्थन करने के लिए हमेशा तैयार हैं. कोविड-19 महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में एक संयुक्त दृष्टिकोण की जरूरत है.
राज्यों-निजी अस्पतालों के पास टीके की 1.83 करोड़ से अधिक खुराक
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों एवं निजी अस्पतालों के पास अभी कोविड-19 टीके की 1.83 करोड़ से अधिक खुराक बची हुई हैं. मंत्रालय ने कहा कि राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को टीके की 37.93 करोड़ से अधिक खुराक दी गयी हैं तथा जल्द ही 23,80,000 और खुराक की आपूर्ति होने वाली है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों एवं निजी अस्पतालों के पास अब भी कोविड-19 टीके की 1.83 करोड़ खुराक पड़ी हैं जिन्हें उपयोग में लाया जाना है. सरकार का कहना है कि केंद्र देशभर में कोविड टीकाकरण की रफ्तार एवं दायरा बढ़ाने के लिए कटिबद्ध है. सभी के लिए कोविड-19 टीकाकरण का चरण 21 जून को शुरू हुआ था.
गौरतलब है कि में पूर्वोत्तर राज्यों में कोरोना के मामलों में वृद्धि दर्ज हुई है. यह केंद्र सरकार के लिए चिंता का विषय बन गया है.
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भल्ला ने की पूर्वोत्तर राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों में समीक्षा की
वहीं बुधवार को केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच पूर्वोत्तर राज्यों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों में महामारी के हालात की समीक्षा की थी.
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि केंद्रीय गृह सचिव ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करने के लिए आज यहां एक बैठक की अध्यक्षता की. बैठक के दौरान सभी केंद्र शासित प्रदेशों और पूर्वोत्तर राज्यों में संक्रमितों की मौजूदा स्थिति और प्रवृत्ति, मृत्यु दर, संक्रमण दर और टीकाकरण की स्थिति पर चर्चा की गई.