भुवनेश्वर : ओडिशा के राज्य निर्वाचन आयोग (SEC) ने शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के प्रचार (urban local body election campaign in Odisha) पर कोविड-19 के कारण लगाई गईं सभी पाबंदियों (restrictions imposed due to corona in odisha) को सोमवार को वापस ले लिया. यह चुनाव 24 मार्च को होने हैं.
राज्य निर्वाचन आयुक्त ए.पी.पाढ़ी ने कहा कि कोरोना वायरस के मामलों में कमी (decrease in cases of corona in Odisha) की वजह से यह फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि अगर मामलों में बढ़ोतरी होती है, तो पाबंदियां लगाई जा सकती हैं. ओडिशा में 106 स्थानीय निकायों के लिए मतदान 24 मार्च को (odisha local bodies election on 24 March) होगा, जिनमें 47 नगरपालिकाएं हैं और 59 अधिसूचित क्षेत्र परिषद हैं. इसके साथ ही तीन नगर निगमों के लिए भी चुनाव 24 मार्च को ही होगा.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, ओडिशा में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 120 नए मरीज मिले, जिसके बाद कुल मामले 12,86,009 पहुंच गए हैं, जबकि पिछले 24 घंटे में किसी भी संक्रमित की जान नहीं गई है, लिहाजा मृतक संख्या 9,101 पर स्थिर है. बता दें कि हाल ही में ओडिशा में हुए पंचायत चुनाव में बीजद ने 610 में से 542 जिला परिषद सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं, विपक्षी भाजपा और कांग्रेस को क्रमश: 31 और 30 सीटों पर जीत मिली है. जबकि अन्य और निर्दलीयों के खाते में केवल सात सीटें गई हैं.
ओडिशा में हुए पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) ने प्रचंड जीत दर्ज की है. उसने अपने विपक्षियों को काफी पीछे छोड़ते हुए कुल 851 जिला परिषद क्षेत्रों में से 766 पर कब्जा किया है. इस तरह बीजेडी ने 2017 के चुनाव की तुलना में अपना ही अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है. 2017 के पंचायत चुनावों में सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल ने 473 जिला परिषद की सीटें जीती थीं, जबकि इस साल पार्टी ने 2022 में 290 नई सीटें अपने विपक्षियों से छीनी है. बीजेडी ने पंचायत चुनाव में लगभग 2.10 करोड़ वोटों में से 52.73 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं.
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इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी झटका लगा है. बीजेपी ने 2017 के पंचायत चुनाव में 297 सीटें जीती थीं, मगर इस बार उसे सिर्फ 42 सीटों से संतोष करना पड़ा. कांग्रेस 37 जिला परिषद क्षेत्र की सीटें जीतकर तीसरे स्थान पर रही. हालांकि इस बार कांग्रेस को भी सीटों का नुकसान हुआ है. 2017 के पंचायत चुनावों में कांग्रेस ने 60 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चूंकि बीजेडी ने सभी 30 जिलों में ज्यादा सीटें हासिल की है, इसलिए नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी ही सभी जिला परिषदों का नेतृत्व करेगा.